दमोह, 13 सितम्बर । मध्य प्रदेश के दमोह जिले में रानी दुर्गावती टाईगर रिजर्व में चीतों को बसाने की तैयारी चल रही है। बताया जाता है कि कूनों से चीतों को यहां लाने के लिये संबधित विभाग लगा हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, चीतों के लिये यहां पर बेहतर वातावरण है, जिससे इनकी संख्या में इजाफा हो सकता है।
दरअसल, रानी दुर्गावती टाईगर अभ्यारण एशिया महादीप का सबसे बडा टाईगर रिजर्व के रूप में जाना जाता है। तत्कालीन दमोह सांसद एवं भारत सरकार के पर्यटन संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के विशेष प्रयास से दमोह को एशिया महादीप के सबसे बडे टाईगर रिजर्व की सौगात दमोह को मिली थी। अब यहां टाईगर के साथ चीतों को बसाने को लेकर तैयारी चल रही है जिससे क्षेत्र में पर्यटन के क्षेत्र में एक बडा कार्य होगा।
वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर ए.ए.अंसारी के अनुसार, विशेषज्ञों की एक टीम यहां चीतों की बसाहट के लिये अध्यन करने आने वाली है। जो वनस्पति,शिकार की उपलब्धता एवं निर्धारित मापदण्डों को लेकर अध्यन करेगी।
सूत्रों की मानें तो अगर सब कुछ सही रहा तो लगभग आधा दर्जन चीतों को क्वारंटाईन एक बाडे में किया जा सकता है। विशेषज्ञ इन क्वारंटाईन चीतों के स्वास्थ्य एवं स्वाभाव का अध्यन करेंगे और अगर सब कुछ सही रहा तो फिर इनको जंगल में छोड दिया जायेगा।