नई दिल्ली, 13 सितंबर । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 16 सितंबर को नई दिल्ली में राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के एंटी-नार्कोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) प्रमुखों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
गृह मंत्रालय के अनुसार दो दिवसीय यह सम्मेलन नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर शाह एनसीबी की वार्षिक रिपोर्ट-2024 जारी करेंगे और ऑनलाइन ड्रग विनष्टीकरण अभियान की भी शुरुआत करेंगे। सम्मेलन में 36 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के एएनटीएफ प्रमुखों के साथ-साथ विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस वर्ष सम्मेलन का विषय “संयुक्त संकल्प, साझा जिम्मेदारी” है। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नशा-मुक्त भारत के संकल्प को मजबूत करना और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करना है।
सम्मेलन में मादक पदार्थों की आपूर्ति, मांग और नुकसान कम करने सहित विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श होगा। साथ ही इनके राष्ट्रीय सुरक्षा निहितार्थों तथा मादक पदार्थों से संबंधित कानून प्रवर्तन को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की जाएगी। अवैध प्रयोगशालाओं, भगोड़ों की निगरानी, विदेशी अपराधियों के प्रबंधन और डार्क वेब एवं क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से हो रही तस्करी से निपटने के लिए होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच को एजेंडे में प्रमुखता दी गई है।
सम्मेलन के दौरान छह तकनीकी सत्र आयोजित होंगे। इनमें “नशा-मुक्त भारत @ 2047” विषय पर चर्चा करते हुए मादक पदार्थों के खिलाफ होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच को रेखांकित किया जाएगा। एकीकृत जांच पर केंद्रित सत्र में टॉप टू बॉटम और बॉटम टू टॉप अप्रोच की रणनीति पर विमर्श होगा। तीसरे सत्र में भगोड़ों पर नजर रखने और विदेशी अपराधियों के प्रबंधन के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण पर विचार किया जाएगा। चौथे सत्र का केंद्र प्रीकर्सर, सिंथेटिक ड्रग्स और क्लेन लैब्स होंगे। इसके अलावा, डार्क वेब और क्रिप्टो जांच पर विशेष सत्र होगा, जबकि अंतिम सत्र में वैश्विक तस्करी में मल्टी-मोडल कार्यप्रणाली पर विमर्श किया जाएगा।
इन विचार-विमर्शों से ऐसे कार्रवाई योग्य परिणाम निकलने की उम्मीद है जो तकनीक, खुफिया जानकारी और सामुदायिक भागीदारी को एकीकृत कर नशे के खिलाफ जंग को और मजबूत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने नशीले पदार्थों के विरुद्ध “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई है। 2021 में गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को समर्पित एंटी-नार्कोटिक्स टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया था। अप्रैल 2023 में शाह ने इन टास्क फोर्स प्रमुखों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था।