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कानून के सामने सब बराबर, नियम तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई : मोहन यादव

Date : 13-Sep-2025

इंदौर, 13 सितंबर । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत का बदलता दौर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण, अनुच्छेद 370 और तीन तलाक पर प्रतिबंध जैसे कई ऐतिहासिक निर्णयों का साक्षी बना है। हमने भी राज्य में लव जिहाद, खुले में मांस के विक्रय और लाउडस्पीकर पर कड़ी कार्रवाई की है। हमारे लिए मानव कल्याण और प्रदेश का विकास सर्वोपरि है।

यह बातें मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को इंदौर में विश्‍व हिन्‍दू परिषद के अखिल भारतीय लीगल सेल के दो दिवसीय अधिवेशन के अवसर पर कहीं। इस आयोजन के शुभारंभ पर उनके साथ स्वामी जितेंद्रानंद महाराज, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल और पूर्व जस्टिस वीएस कोकजे, आलोक कुमार व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने यहां से स्पष्ट संदेश दिया कि मध्यप्रदेश में कानून सबके लिए समान है और नियमों को तोड़ने वालों पर सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने राज्य में मछली हो या मगर, सबको ठिकाने लगाया है। कानून का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण, मांस विक्रय में फूड सेफ्टी नियमों और धार्मिक आचरण से जुड़े तीनों कानूनों को लागू करने में सबसे तेजी दिखाई है। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के साथ ही लाउडस्पीकर की ऊंची आवाज पर नियंत्रण की कार्रवाई शुरू की गई। अब तक 60 हजार से ज्यादा माइक हटवाए गए हैं। “कोई भी अपने धर्म की इबादत करने से वंचित नहीं है, लेकिन शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कानून में बड़ा बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि "कानून की आंखों से पट्टी हटा दी गई है, इससे बड़ा सुधार और क्या हो सकता है।" उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का पहला बड़ा कदम लाउडस्पीकर नियंत्रण का था, जिसके तहत 60 हजार लाउडस्पीकर हटाए गए। साथ ही मांस-मटन विक्रय पर फूड सेफ्टी नियम लागू किए गए। उन्होंने कहा कि बड़े से बड़े रसूखदारों को भी कानून का पालन करना पड़ा और सरकार ने किसी से समझौता नहीं किया।

स्वामी जितेंद्रानंद महाराज ने कहा कि भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था। मुस्लिमों के लिए पाकिस्तान बना और हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान भी हिंदू राष्ट्र की आत्मा लिए हुए है, लेकिन न्यायिक सक्रियता के चलते कई बार समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। वरिष्ठ अधिवक्ताओं और न्यायाधीशों का षड्यंत्र का हिस्सा बन जाना हिंदुओं के खिलाफ माहौल बना देता है। स्वामी ने स्पष्ट किया कि सनातन धर्म में न तो अस्पृश्यता है और न ही जातिगत भेदभाव।

उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दू परिषद की बैठक शहर के एक गार्डन में आयोजित हुई, जिसमें संगठन के पदाधिकारी और कई अन्य नेता उपस्थित रहे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री दलाल बाग पहुंचे, जहां उन्होंने श्री जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के 14वें अधिवेशन और श्रीसंघ मिलन समारोह में हिस्सा लिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आचार्य विश्वरत्न सागर जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) के लिए भी आशीर्वाद मांगा।

 
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