जम्मू, 13 सितंबर। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को जम्मू की बजालता और परगलता पंचायतों में आने वाले बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ और भूस्खलन के कारण आवासीय घरों और पुलों को हुए नुकसान का आकलन किया।
केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि हाल ही में आई बाढ़ के अनुभव के आधार पर क्षतिग्रस्त संरचनाओं का बेहतर मानकों के साथ पुनर्निर्माण किया जाएगा, ताकि भविष्य में आपदा आने पर ये संरचनाएं उसका सामना करने में सक्षम हों।
केंद्रीय मंत्री अपने संसदीय क्षेत्र उधमपुर और जम्मू-कश्मीर के अन्य प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। किश्तवाड़ के चशोती से लेकर कठुआ और सांबा में भारत-पाक सीमा पर जीरो लाइन तक आपदा प्रभावित लोगों से मिल रहे हैं।
उन्होंने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की, जो कई स्थानों पर भूस्खलन और सड़कों के धंसने के कारण 10 दिनों से अधिक समय से बंद है। स्थानीय विधायक युद्धवीर सेठी और अन्य अधिकारियों के साथ केंद्रीय मंत्री ने जम्मू पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बैन बजालता, तूतन दी खुई, अनथन, बदून, खाना शरगल और चलनी में बाढ़ के पानी से सबसे अधिक प्रभावित स्थलों का दौरा किया। उन्होंने सड़क एवं भवन निर्माण तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
केंद्रीय मंत्री ने प्रभावित परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति बहाल करने के लिए काम चल रहा है। बाद में उन्होंने परगलता पंचायत के अंतर्गत प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और बाढ़ से सार्वजनिक संपत्ति और दुकानों को हुए नुकसान का जायजा लिया।