गदरपार्टी के कोषाध्यक्ष रहे : सैनिकों से विद्रोह करने का आव्हान किया था
पंडित काशीराम उन क्राँतिकारियों में एक थे जिन्होंने भारत और अमेरिका दोनों देशों में अंग्रेजों के विरुद्ध जन जाग्रति की और अंग्रेजी सेना में भारतीय सैनिकों से विद्रोह का आव्हान किया था ।
पंडित कांशीराम का जन्म 13 अक्टूबर 1883 को पंजाब के अंबाला में हुआ था । परिवार प्रतिष्ठित व्यवसायी था और स्वामी दयानन्द सरस्वती के संपर्क में था । वे छात्र जीवन में ही सामाजिक जाग्रति अभियान में जुड़ गये थे विशेषकर पिता के साथ आर्यसमाज के प्रवचन और अन्य आयोजनों में शामिल होते । उन्होने मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की और डाकघर में नौकरी कर ली । सरकारी नौकरी अवश्य की पर शासकीय कार्यालयों में अंग्रेज अधिकारियों द्वारा भारतीयों के साथ तिरस्कार पूर्ण व्यवहार से व्यथित रहते । वे कुछ दिन अंबाला में रहे और फिर दिल्ली स्थानांतरण हो गया । लेकिन यहाँ उनका मन न लगा । वे नौकरी छोड़कर अमेरिका चले गये । यहाँ वे सीधे क्रांतिकारी आँदोलन से जुड़े और अमेरिका में गठित 'इंडियन एसोसिएशन ऑफ अमेरिका' और 'इंडियन इंडिपैंडेंट लीग' में शामिल हो गए। इस संगठन ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों में स्वाभिमान जागरण और भारत को अंग्रेजों से मुक्ति का अभियान चलाया । भारत में क्राँतिकारी आँदोलन आरंभ करने केलिये 1913 में गदर पार्टी की स्थापना हुई पंडित कांशीराम इस ‘ग़दर पार्टी’ के पहले कोषाध्यक्ष बनाए गए।
शत शत नमन् ऐसे बलिदानी को
लेखक :- रमेश शर्मा