जनजातीय गौरव दिवस पर पीएम मोदी ने जारी किया 150 रुपए का स्मारक सिक्का
Date : 16-Nov-2024
अंग्रेजों के विरुद्ध जनजातीय विद्रोह उलगुलान का नेतृत्व कर जंगल-जमीन की लड़ाई लड़ने वाले आदिवासी जन चेतना के लोकनायक और भगवान बिरसा मुंडा के शौर्य और बलिदान की स्मृतियां स्मारक सिक्कों के माध्यम से भी सहेजी गयी है ।
सरकार आदिवासियों के भगवान और 'धरतीबा' के रूप में प्रसिद्ध बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 150 रुपये मूल्य वर्ग का स्मारक सिक्का जारी किया है ।
प्रधान मंत्री ने बिहार के जमुई जिले के खैरा प्रखंड स्थित बल्लोपुर गांव में होने वाले कार्यक्रम में सिक्के का अनावरण क्या | यह सिक्का कभी प्रचलन में नहीं आएगा क्योंकि यह स्मृति चिन्ह के रूप मे बनाया गया है
यह विशेषता है इस सिक्के की
यह सिक्का भारत सरकार की मुंबई टकसाल ने तैयार किया है | वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचना में बताया गया है कि 150 रुपए का सिक्का शुद्ध चांदी का होगा| इसका वजन 40 ग्राम और डायमीटर 44 मिमी होगा| सिक्के के किनारे पर 200 दांत होंगे| सिक्के के सामने वाले भाग पर अशोक स्तंभ का सिंह होगा,जबकि दूसरे हिस्से पर भगवान बिरसा मुंडा की छवि अंकित होगी| गौरतलब है कि देश में 150 रुपए का सिक्का अब तक 14 बार जारी हो चुका है, 15वीं बार 15 नवंबर को जारी किया गया |
देश में 15वीं बार जारी होगा 150 रुपए का सिक्का
15 नवंबर 2024 से पहले देश में 14 बार 150 रुपए का सिक्का जारी किया जा चुका है| पहली बार 2010 में गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 150वीं जयंती के मौके पर 150 रुपए का सिक्का जारी किया गया था| उसके बाद मोतीलाल नेहरु की 150 जयंती पर 2012 में, पंडित मदन मोहन मालवीय की 150 जयंती पर 2012 में, महात्मा गांधी की 150 जयंती पर 2019 में और स्वामी विवेकानंद की 150 जयंती पर 2013 में 150 रुपए के सिक्के जारी किए गए थे|
कितने सिक्के जारी कर चुकी है सरकार
आजादी के बाद से अब तक के इतिहास को देखें, तो समय-समय पर सरकारें एक रुपए से लेकर 500 रुपए तक का सिक्का भी जारी कर चुकी है| अब तक सरकार ने 1, 5,10, 20, 125,150,90,75 और 60 रुपए जैसे सिक्कों को भी जारी कर चुकी है| ये सिक्के किसी खास दिन पर जारी किए जाते हैं और पूरे वर्ष उस व्यक्ति या संस्थान के नाम पर उसका उपयोग किया जाता है| सरकार ने 350, 125, 90 और 75 रुपए के सिक्के भी जारी किए हैं|