छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य के विकास के लिए विभिन्न स्तरों पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रमुख चेहरों में से एक, विष्णुदेव साय जी ने ने सामाजिक, आर्थिक, तथा राजनीतिक क्षेत्रों में अपनी भूमिका बखूबी निभाया है |
उनका उद्देश्य छत्तीसगढ़ को एक ऐसा राज्य बनाना है, जहां हर व्यक्ति को समान अवसर मिले, विशेषकर वंचित और पिछड़े समुदायों को। उनके प्रयासों का मुख्य फोकस आर्थिक विकास, सामाजिक समानता और संस्कृति के संरक्षण पर रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ के विकास में अनेक योगदान दिए हैं :
1. आदिवासी कल्याण के लिए कार्य:
विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय से आते हैं और उन्होंने हमेशा आदिवासी कल्याण को प्राथमिकता दी है।
उनके कार्यकाल में आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़ी योजनाओं पर जोर दिया गया।
उन्होंने वन अधिकार अधिनियम (Forest Rights Act) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रयास किए, ताकि आदिवासियों को उनके अधिकार सुनिश्चित किए जा सकें।
2. सामाजिक न्याय और अधिकारिता:
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में उन्होंने आदिवासी समुदाय के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की।
उन्होंने अनुसूचित जनजातियों के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की दिशा में काम किया।
3. ग्रामीण विकास:
विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे (सड़क, बिजली, पानी) के विकास पर ध्यान दिया।
जल संरक्षण और सिंचाई परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने योजनाओं को प्राथमिकता दी।
4. कृषि क्षेत्र में सुधार:
किसानों के लिए उन्नत कृषि उपकरण और तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने योजनाओं का समर्थन किया।
जैविक खेती और सहकारी कृषि की योजनाओं को ग्रामीण इलाकों में लागू करने में योगदान दिया।
5. स्वास्थ्य और शिक्षा:
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई परियोजनाओं का नेतृत्व किया।
आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों में अस्पताल और स्कूलों की स्थापना के लिए प्रयास किए।
6. संस्कृति और परंपरा का संरक्षण:
छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति, हस्तशिल्प, और परंपराओं के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए विशेष पहल की।
उन्होंने छत्तीसगढ़ के त्योहारों और सांस्कृतिक धरोहरों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में योगदान दिया।
7. राजनीतिक नेतृत्व:
विष्णुदेव साय ने अपनी राजनीतिक नेतृत्व क्षमता से छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मजबूत बनाया।
राज्य की जनता की समस्याओं को केंद्र सरकार तक पहुंचाने में उनकी भूमिका रही है।
विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ - साथ वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ से सांसद रहे हैं, साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार में जनजातीय मामलों के मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। हालांकि, मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम की चर्चा कभी-कभी राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में होती रही है।
छत्तीसगढ़ में हवाई यात्रा को बढ़ावा देने के प्रयास (सरकार के संदर्भ में):
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में हवाई यात्रा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। इनमें से कुछ प्रमुख हैं:
रायपुर एयरपोर्ट का विकास:
रायपुर का स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट छत्तीसगढ़ का सबसे प्रमुख हवाई अड्डा है, जिसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत और हवाई अड्डे की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने के लिए प्रयास किए गए हैं।
क्षेत्रीय हवाई अड्डों का विस्तार:
बिलासपुर और जगदलपुर जैसे छोटे शहरों में हवाई अड्डों को सक्रिय किया गया है।
उड़ान योजना (UDAN Scheme) के तहत राज्य के छोटे शहरों को जोड़ने के लिए नई उड़ानों की शुरुआत की गई है।
पर्यटन को बढ़ावा:
राज्य के पर्यटन स्थलों को बेहतर हवाई संपर्क के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
चित्रकूट और बस्तर जैसे स्थलों के लिए विशेष उड़ानें उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है।
दुबई और सिंगापुर के लिए सीधी उड़ानें:
मुख्यमंत्री कि रायपुर से सिंगापुर और दुबई के लिए सीधी उड़ानें जल्द शुरू की जाएंगी। यह पहल राज्य के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और बेहतर बनाने की दिशा में की जा रही है। इन उड़ानों का उद्देश्य छत्तीसगढ़ को वैश्विक स्तर पर व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाना है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य सरकार ने केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय से इन सेवाओं की शुरुआत के लिए चर्चा की है। ये उड़ानें खासकर व्यावसायिक समुदाय, प्रवासी भारतीयों, और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए फायदेमंद साबित होंगी। साथ ही, रायपुर एयरपोर्ट को केंद्रीय कार्गो हब के रूप में विकसित करने का भी प्रस्ताव दिया गया है, जिससे कृषि और बागवानी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा
इसके अतिरिक्त, बिलासपुर और अंबिकापुर जैसे क्षेत्रीय हवाई अड्डों को उन्नत बनाने और नई घरेलू उड़ानों की शुरुआत की योजनाएं भी की जा रही हैं, जिससे राज्य के अंदर और बाहर कनेक्टिविटी में सुधार होगा
इस कदम से न केवल राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि पर्यटन और व्यापार के नए अवसर भी खुलेंगे।
सीएम साय ने की ये मांग
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डे, रायपुर को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा देने का अनुरोध किया और इस बात पर जोर दिया कि इस कदम से छत्तीसगढ़ के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और हवाई संपर्क को बढ़ावा मिलेगा। साय ने रायपुर और सिंगापुर तथा रायपुर और दुबई के बीच सीधी उड़ान की आवश्यकता पर भी चर्चा की। सीएम ने कहा कि इन मार्गों पर फ्लाइट सेवाएं व्यावसायिक रूप से फायदेमंद साबित होंगी।
सीएम साय ने केंद्र से की ये अपील
सीएम साय ने राज्य में वर्तमान में कोई बड़ा कार्गो (माल) सुविधा केंद्र नहीं होने की जानकारी देते हुए रायपुर के हवाई अड्डे को एक केंद्रीय कार्गो केंद्र के तौर पर विकसित करने का प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री साय ने इसके लिए ‘रेडियो नेविगेशन सिस्टम’ डीवीओआर को स्थापित करने की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने का अनुरोध किया है।
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
केंद्रीय मंत्री ने बिलासपुर हवाई अड्डे पर रात में विमानों के उतरने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए इसे तुरंत शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अंबिकापुर हवाई अड्डे को रायपुर, वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ने के लिए नई उड़ानें शुरू करने की भी मांग की।
मुख्यमंत्री ने नायडू को बताया कि जगदलपुर और रायपुर के बीच इंडिगो एयरलाइंस द्वारा संचालित उड़ान सेवा यात्रियों की कमी के कारण बंद कर दी गई थी और उन्होंने बस्तर में पर्यटन की अपार संभावनाओं का हवाला देते हुए सेवा बहाल करने का आग्रह किया। बयान में कहा गया है कि बैठक में सीएम द्वारा बिलासपुर हवाई अड्डे को 3सी आईएफआर श्रेणी में अपग्रेड करने का प्रस्ताव भी रखा गया। इसमें कहा गया है कि केंद्रीय नागरिक मंत्री ने अधिकारियों को बिलासपुर हवाई अड्डे पर रात्रि लैंडिंग सुविधा शुरू करने का निर्देश दिया है।