चावल के आटे का सेवन लीवर हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें कोलीन पाया जाता है, जो लीवर से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के सही परिवहन में मदद करता है। साथ ही, चावल का आटा पूरी तरह से ग्लूटेन-फ्री होता है, इसलिए यह सीलिएक बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए सुरक्षित विकल्प है।
छत्तीसगढ़ में स्वाद और क्रंची टेक्सचर के लिए प्रसिद्ध चावल के आटे का सेव बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में पानी डालकर गरम करें। पानी गर्म होने पर उसमें नमक और बेकिंग सोडा डालें और इसे उबलने दें। जब पानी अच्छी तरह उबलने लगे, तब गैस धीमी कर दें और धीरे-धीरे चावल का आटा डालते हुए तेजी से बेलन से मिक्स करें ताकि कोई गुठलियां न बनें।
अब इस मिश्रण को ढककर करीब 2 मिनट तक पकने दें। इससे आटा अच्छी तरह मिक्स होकर सेट हो जाएगा। फिर इसे ठंडा होने दें। जब आटा ठंडा हो जाए, तो अपने हाथों में थोड़ा घी लगाकर थोड़ा मसाला मिलाएं। इसके बाद सेव बनाने की मशीन में यह मिश्रण डालकर, किसी समतल सतह पर पॉलीथिन के ऊपर गोलाई में सेव बनाएं।
बनाए हुए सेव को धूप में 1 से 2 दिन तक अच्छी तरह सुखाएं। जब वे पूरी तरह सूख जाएं, तो उन्हें एयरटाइट डिब्बे में बंद कर रखें। जब भी खाने का मन हो, तो कढ़ाई में तेल गरम करके इन सेवों को तले और आनंद लें।
यह सॉफ्ट और क्रंची चावल के आटे का सेव बच्चों को बहुत पसंद आता है और सेहत के लिहाज से भी अच्छा विकल्प है।