बेसन यानी चने के आटे से बनी रोटी सिर्फ स्वाद में लाजवाब नहीं होती, बल्कि यह सेहत के कई बड़े फायदे भी देती है। प्रोटीन, फाइबर और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर यह रोटी शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है। हम में से ज्यादातर लोग रोजाना रोटी खाते हैं और अक्सर गेहूं की रोटी को ही सबसे सेहतमंद मानते हैं। लेकिन बेसन की रोटी भी स्वाद और सेहत दोनों में कम नहीं है। खासकर डायबिटीज के मरीजों और वजन कम करने वाले लोगों के लिए यह रोटी किसी वरदान से कम नहीं है।
बेसन की रोटी के फायदे
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डायबिटीज कंट्रोल में मददगार
बेसन की रोटी ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने नहीं देती। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है। यही कारण है कि यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। -
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करती है
बेसन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है। इससे हार्ट की बीमारियों का खतरा भी घटता है। -
वजन घटाने में सहायक
हाई प्रोटीन और फाइबर से भरपूर यह रोटी पेट को लंबे समय तक भरा रखती है। इससे बार-बार भूख नहीं लगती और ओवरईटिंग से बचा जा सकता है। डायट पर रहने वालों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है। -
पाचन तंत्र को बनाए बेहतर
बेसन की रोटी पेट की सेहत का भी ध्यान रखती है। फाइबर कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है और पाचन को सुधारता है। यह आंतों को साफ रखने और हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। -
आयरन और पोषण से भरपूर
बेसन प्रोटीन और फाइबर के साथ आयरन जैसे मिनरल्स का भी अच्छा स्रोत है। यह एनीमिया से बचाता है और हीमोग्लोबिन का स्तर बनाए रखने में मदद करता है। महिलाओं और बच्चों के लिए यह रोटी खासतौर पर फायदेमंद है।
बेसन की रोटी कैसे बनाएं?
बेसन की रोटी बनाना बहुत आसान है। बेसन में अजवाइन, नमक, हरी मिर्च, प्याज और धनिया मिलाकर आटा गूंथें। चाहें तो थोड़ा गेहूं का आटा भी मिला सकते हैं ताकि रोटी आसानी से बेल सके। तवे पर सेंकें और घी या मक्खन के साथ गरमा-गरम परोसें।
