राइस खीर उत्तर भारत की एक पारंपरिक मिठाई है, जिसे बासमती चावल को धीमी आंच पर दूध में पकाकर बनाया जाता है। इसमें चीनी मिलाई जाती है और इलायची, केसर और मेवों का स्वाद भरा जाता है, जिससे यह मलाईदार, सुगंधित और लजीज पुडिंग बन जाती है। इसे त्योहारों और विशेष अवसरों पर आनंद लिया जाता है। यह खास मलाईदार संस्करण मेरे परिवार की विरासत वाली रेसिपी है, जिसे आप इसकी स्वादिष्टता के लिए जरूर पसंद करेंगे।
भारतीय मिठाई की तरह, खीर एक मीठा पुडिंग जैसा व्यंजन है। यह मूल रूप से दूध आधारित मिठाई होती है, जिसमें अन्य सामग्री, मीठा और खुशबूदार तत्व मिलाए जाते हैं।
भारतीय खीर आमतौर पर अनाज, दाल या उनके आटे से बनाई जाती है। कभी-कभी इसमें फल या सब्जियां भी डाली जाती हैं। यह पुडिंग जैसी होती है और पारंपरिक रूप से दूध, चीनी और कुछ सूखे मेवे से बनाई जाती है। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें कुछ मसाले जैसे केसर, इलायची, जायफल या गुलाब जल, केवड़ा जल आदि भी मिलाए जा सकते हैं।
आधुनिक रेसिपीज़ में कभी-कभी वनीला या अन्य विशेष फ्लेवरिंग का भी उपयोग किया जाता है।
इस मिठाई का सबसे पारंपरिक रूप राइस खीर है, जिसमें चावल, पूरे दूध और चीनी को धीमी आंच पर पकाकर गाढ़ा और मलाईदार बनाया जाता है। इसमें केसर, मेवे और इलायची जैसी सामग्री मिलाई जा सकती है, जो पूरी तरह व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करती है।
भारतीय व्यंजनों में खीर के कई प्रकार पाए जाते हैं। तो आप सोच रहे होंगे कि राइस खीर क्या है? यह मूल रूप से भारतीय शैली का राइस पुडिंग है। इसके मुख्य सामग्री बासमती चावल, पूरे दूध, चीनी, पिसे हुए मसाले और मेवे हैं।
कभी-कभी क्षेत्रीय प्रकार, जैसे बंगाली पायश, में मीठा करने के लिए चीनी की बजाय नोलन गुड़ (खजूर की गुठली का गुड़) का उपयोग किया जाता है। इससे खीर हल्का भूरा या बेज़ रंग की हो जाती है।
सेवई की खीर और फिरनी के साथ, राइस खीर भी उत्तर भारतीय व्यंजनों में सबसे लोकप्रिय खीर प्रकारों में से एक है।
