अंजीर एक स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर भी है। आयुर्वेद में इसे विशेष महत्व दिया गया है, क्योंकि इसका नियमित सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभकारी माना जाता है। रोजाना अंजीर खाने से कब्ज और शारीरिक कमजोरी दूर होती है, वहीं यह पुरानी खांसी में भी राहत प्रदान करता है।
संस्कृत में अंजीर को उदुम्बर कहा जाता है। यह फल ताजे और सूखे—दोनों रूपों में उपयोगी होता है। अंजीर शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है और अनेक रोगों में सहायक भूमिका निभाता है, जिससे शारीरिक तकलीफें कम होती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, अंजीर का रस मधुर स्वाद वाला, शीतल प्रकृति का और औषधीय गुणों से युक्त होता है। यह मुख्य रूप से पित्त और वात दोष को शांत करता है, जबकि कफ प्रकृति वाले लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
पाचन तंत्र के लिए अंजीर विशेष रूप से लाभकारी है। यह पुरानी कब्ज में राहत देता है, आंतों के रूखेपन को कम करता है और गैस व पेट के भारीपन जैसी समस्याओं में भी मदद करता है। इसी कारण अंजीर को दैनिक आहार में शामिल करना सेहत के लिए उपयोगी माना जाता है।
