पाकिस्तान में मानसून का कहर, नदी-नाले उफान पर, भूस्खलन, रास्ते बंद, 234 लोगों की मौत | The Voice TV

Quote :

सपनों को हकीकत में बदलने से पहले, सपनों को देखना ज़रूरी है – डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

International

पाकिस्तान में मानसून का कहर, नदी-नाले उफान पर, भूस्खलन, रास्ते बंद, 234 लोगों की मौत

Date : 23-Jul-2025

इस्लामाबाद, 23 जुलाई। पाकिस्तान मानसून से त्राहिमाम-त्राहिमाम है। बरसात, बाढ़ और भूस्खलन से रास्ते बंद हो गए हैं। बादलों के फटने से बड़ी तबाही हुई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के ताजा आंकड़े हृदयविदारक हैं। इन आंकड़ों में 26 जून से अब तक कम से कम 234 लोगों की मौत होने की जानकारी दी गई है। कहा गया है कि 596 लोग घायल हुए हैं और 826 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राहत, बचाव और खोज अभियान में सेना को शामिल किया गया है।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर में एनडीएमए के ताजा आंकड़े साझा किए गए हैं। कहा गया है कि अब तक 203 पशुओं की मौत हो चुकी है। बड़े पैमाने पर परिवार विस्थापित हुए हैं। मुल्क में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा प्रभावित हुआ। राहत, बचाव और खोज अभियान के तहत 450 लोगों को बचाया गया है। प्रभावित लोगों की सहायता के लिए 27 राहत और चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं।

प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि खतरा अभी टला नहीं है। उत्तरी और पहाड़ी क्षेत्रों में कभी भी बारिश शुरू हो सकती है। गिलगित-बाल्तिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में स्थिति गंभीर है। डायमर के उपायुक्त अत्ता-उर-रहमान के अनुसार, सोमवार को बादल फटने से बाबूसर में चार पर्यटकों और एक स्थानीय निवासी सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। एक दर्जन से अधिक लोग लापता हैं। बचाव और खोज अभियान जारी है। बाबूसर रोड का सात-आठ किलोमीटर का हिस्सा ध्वस्त हो गया है। 200 से अधिक फंसे हुए पर्यटकों को बचाकर चिलास लाया गया।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि हताहतों की संख्या का ब्यौरा देश भर में बारिश से जुड़ी घटनाओं से हुई तबाही की एक भयावह तस्वीर पेश करता है। इसमें बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। मानसून के कहर से पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित प्रांत है। प्रांत में 48 पुरुषों, 24 महिलाओं और 63 बच्चों सहित 135 लोगों की मौत हो चुकी है। 470 लोग घायल हुए हैं। खैबर-पख्तूनख्वा में 56 लोगों की जान गई है। इनमें 16 पुरुष, 10 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हैं।

इस बीच पिछले 24 घंटे में सिंध में 24, बलूचिस्तान में 16, पीओके में दो और इस्लामाबाद में एक बच्चे की मौत हो गई। मलम जब्बा के सुर ढेराई में दो छोटे लड़के अपनी मां के साथ नाला पार करते समय डूब गए। गूजर बंद शांको में मकान ढहने से तीन बच्चों की मौत हो गई। देशभर में हजारों विस्थापित नागरिकों की सहायता के लिए लाइफ जैकेट, स्वच्छता किट, प्लास्टिक मैट और जेरी कैन सहित अतिरिक्त आपूर्ति की जा रही है।

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग ने पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, गिलगित-बल्गेरियाई, अजरबैजान, इस्लामाबाद और पीओके में तेज बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, गुजरांवाला और अन्य प्रमुख शहरों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। मुर्री, गलियात, चित्राल और हुंजा में भूस्खलन होने की आशंका है।

 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload

Advertisement









Advertisement