रोमानिया ने भारत के साथ मिलकर हर साल लगभग 30,000 कुशल भारतीय पेशेवरों को रोजगार देने की योजना बनाई है। यह प्रस्ताव बुखारेस्ट में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद और रोमानिया के श्रम, परिवार, युवा एवं सामाजिक एकता मंत्री पेट्रे-फ्लोरिन मनोले के बीच हुई बैठक में रखा गया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, बैठक में दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि रोमानिया को प्रतिवर्ष लगभग एक लाख गैर-यूरोपीय संघ (ईयू) कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। इस संदर्भ में भारत को एक विश्वसनीय साझेदार के रूप में देखा जा रहा है।
दोनों देशों ने कुशल पेशेवरों के सुरक्षित, व्यवस्थित और ज़िम्मेदार प्रवास को बढ़ावा देने के लिए एक मज़बूत गतिशीलता साझेदारी स्थापित करने की प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही, उच्च शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार, थिंक टैंक सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से लोगों के बीच संबंध मज़बूत करने पर भी सहमति बनी।
बैठक में भर्ती प्रक्रिया, भाषा और व्यावसायिक प्रशिक्षण, मानकीकृत रोजगार अनुबंधों, नियोक्ता दायित्वों और सत्यापित नियोक्ताओं के लिए त्वरित प्रक्रिया जैसी व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। इसके अलावा, योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता और सामाजिक सुरक्षा समझौते की संभावनाओं पर भी विचार किया गया।
