उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बीच संसद सत्र में इस्तीफे पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस्तीफे को कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की दूसरी बैठक में अनुपस्थित रहने से जोड़ा तो अखिलेश यादव ने इसे व्यक्तिगत फैसला बताया। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इसे 'सोवियत स्टाइल' का इस्तीफा बताया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों को अचानक पद से हटाया जाता था।
जयराम रमेश ने कहा कि सोमवार दोपहर 12:30 बजे धनखड़ ने बीएसी की पहली बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें जेपी नड्डा और रिजिजू दोनों मौजूद थे। तय हुआ कि बैठक शाम 4:30 बजे फिर से होगी। जब शाम को सदस्य फिर से एकत्र हुए, तो दोनों वरिष्ठ नेता बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहे। यह बात धनखड़ को बुरी लगी और कुछ ही घंटों में उनका इस्तीफा सामने आया।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने इसे 'सोवियत स्टाइल इस्तीफा' बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में इस घटनाक्रम पर काफी कुछ सामने आएगा।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे धनखड़ का "व्यक्तिगत निर्णय" बताते हुए कहा कि भाजपा वोट कटवाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। उन्होंने चुनाव आयोग और प्रशासन पर भी सवाल उठाए।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने धनखड़ के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया न आना भी बेहद चिंताजनक है।