पटना, 14 नवंबर । बिहार विधानसभा चुनाव-2025 का नतीजा आज रात तक आने की उम्मीद है। विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए दो चरणों में हुए चुनाव के जनादेश पर सभी की नजर है। इस बार कुल 2,616 उम्मीदवारों ने चुनाव में किस्मत आजमाई है। राज्य के 38 जिलों में बनाए गए 46 केंद्रों पर सुबह आठ बजे मतगणना प्रारंभ हो गई। अभी डाक मतपत्रों गिना जा रहा है। इसके आधा घंटे बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के मतों की गणना आरंभ होगी। भारत निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतगणना के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मतगणना प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने कहा कि मतगणना भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप शुरू की गई है। मतगणना केंद्रों की सुरक्षा एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सख्त प्रोटोकॉल निर्धारित किए गए हैं। मतगणना स्थल पर किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन लेकर जाने की इजाजत नहीं दी गई है। मतगणना प्रक्रिया की सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के माध्यम से निगरानी की जाएगी। इस दौरान नियंत्रण कक्ष सक्रिय रहेगा। राज्य में कुल 243 मतगणना प्रेक्षक नियुक्त किए गए हैं।
ईवीएम के मतों की गणना के लिए प्रत्येक मतगणना हाल में 15 मेजों की व्यवस्था की गई है। 14 मेजों पर ईवीएम की गणना प्रारंभ की गई है । एक टेबल के संचालन का जिम्मा सहायक निर्वाचन अधिकारी करेंगे। सभी मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के त्रि-स्तरीय इंतजाम किए गए हैं। पहले घेरे में केंद्रीय अर्धसैनिक बल, दूसरे में बिहार सैन्य पुलिस एवं तीसरे घेरे में जिला पुलिस बल तैनात हैं।
लगभग सभी एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को बड़ी जीत मिलने की भविष्यवाणी की गई है। कहा गया है कि राजग प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बना सकता है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राजग में जनता दल-यूनाइटेड, भाजपा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तान अवामी मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। राजग का मुख्य मुकाबला कांग्रेस नीत महागठबंधन से है। यह चुनाव महागठबंधन में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव का राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा। तेजस्वी, लालू और राबड़ी देवी की संतान हैं। तेजस्वी की मां राबड़ी भी मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
इस बार के चुनाव में उच्च मतदान प्रतिशत (67.13 प्रतिशत) ने राजनीतिक समीकरणों को पेचीदा बना दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि महिलाओं और युवाओं का मत इस बार निर्णायक भूमिका निभा सकता है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि देररात तक परिणामों की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। बिहार के 38 जिलों में सबसे अधिक पटना में 14 विधानसभा सीटें हैं। पटना के जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने कहा कि पटना जिले की मोकामा सीट का रिजल्ट पहले और सबसे आखिर में दीघा सीट का रिजल्ट आएगा। पटना के एएन कॉलेज में मतगणना शुरू हो चुकी है।
