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नेट बैंकिंग

Date : 28-Jan-2023

जब भी हम किसी भी बैंक में अपना खाता खुलवाते हैं तो हमारे सामने नेट बैंकिंग का एक विकल्प होता है, जिसे चुनकर हम अपनी बैंकिंग को और भी आसान बना सकते हैं।

जब से इंटरनेट अस्तित्व में आया है, यह मानव जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। इंटरनेट से खरीदारी, अपने दोस्तों से जुड़े रहना, नए दोस्त बनाना, कोई भी जानकारी प्राप्त करना सब कुछ आसान हो गया है। इसी तरह इंटरनेट के जरिए बैंकिंग भी आसान हो गई है। इंटरनेट के माध्यम से बैंकिंग करने को नेट बैंकिंग कहा जाता है।

वैसे तो आज के समय में हर स्मार्टफोन यूजर नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करता है लेकिन फिर भी बहुत कम लोगों को पता है कि नेट बैंकिंग क्या है, नेट बैंकिंग के प्रकार, नेट बैंकिंग के फीचर और और नेट बैंकिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं।

नेट बैंकिंग क्या है?

नेट बैंकिंग दो शब्दों नेट+बैंकिंग से मिलकर बना है। जिसमें नेट का मतलब इंटरनेट और बैंकिंग का मतलब बैंकिंग सेवाओं से है जिसमें पैसे ट्रांसफर करना, प्राप्त करना, जमा करना, बिलों का भुगतान करना, बैंक खाते का पूरा विवरण देखना आदि सेवाएं शामिल हैं।

हम नेट बैंकिंग को इस तरह परिभाषित कर सकते हैं – “नेट बैंकिंग एक ऑनलाइन बैंकिंग सेवा है जिसमें कोई व्यक्ति या कंपनी इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करके बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकता है

इंटरनेट बैंकिंग उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिनके पास बैंक जाने का समय नहीं है। ऐसे लोग कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, बिलों का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं, ऑनलाइन खरीदारी के लिए भुगतान कर सकते हैं। इसी तरह आप बिना बैंक जाए नेट बैंकिंग द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

नेट बैंकिंग करने के लिए आपके पास एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कंप्यूटर, टैबलेट या स्मार्टफोन होना चाहिए। जिसमें इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध हो। फिर आप अपने संबंधित बैंक या किसी बैंकिंग एप्लिकेशन को डाउनलोड करके नेट बैंकिंग की सेवा का लाभ उठा सकते हैं।

आज के समय में लगभग हर बैंक नेट बैंकिंग की सुविधा प्रदान करता है। मोबाइल बैंकिंग के लिए सभी बैंकों के अपने-अपने एप्लीकेशन होते हैं। नेट बैंकिंग को ऑनलाइन बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, वेब बैंकिंग, -बैंकिंग या वर्चुअल बैंकिंग जैसे नामों से भी जाना जाता है।

नेट बैंकिंग की सेवाएं

नेट बैंकिंग के जरिए ग्राहक अपने बैंक खाते की पूरी जानकारी एक ही जगह देख सकते हैं। नेट बैंकिंग के अंतर्गत आने वाली सेवाएं निम्नलिखित हैं

आप पैसे का लेनदेन ऑनलाइन कर सकते हैं।

बिजली, पानी, गैस आदि जैसे विभिन्न बिलों का भुगतान कर सकते हैं।

क्रेडिट कार्ड बिल और किसी भी ऋण का पुनर्भुगतान किया जा सकता है।

आप ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं।

आप बैंक स्टेटमेंट चेक कर सकते हैं।

सावधि जमा या आरडी खाता खुलवाया जा सकता है।

आप रेलवे, फ्लाइट टिकट बुक कर सकते हैं।

नेट बैंकिंग के प्रकार

नेट बैंकिंग की कार्यप्रणाली के आधार पर इसके मुख्य रूप से पांच प्रकार होते हैं

NEFT

RTGS

IMPS

UPI

E-Check

NEFT

एनईएफटी का पूरा नाम नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर है। एनईएफटी ऑनलाइन फंड ट्रांसफर की एक प्रक्रिया है जिसमें एक यूजर दूसरे यूजर को ऑनलाइन फंड ट्रांसफर कर सकता है। एनईएफटी वन-टू-वन फंड ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करवाता है।

एनईएफटी के तहत, व्यक्ति, फर्म और कॉरपोरेट किसी भी बैंक शाखा में किसी भी व्यक्ति, फर्म या कॉर्पोरेट को इलेक्ट्रॉनिक रूप से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों के बैंकों का एनईएफटी इनेबल होना जरूरी है।

एनईएफटी के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए, प्रेषक के पास प्राप्तकर्ता (रिसीवर) का पूरा बैंक विवरण होना चाहिए जैसेखाता संख्या, खाता धारक का नाम, शाखा का नाम, आईएफएससी कोड आदि।

एनईएफटी घंटों के बैच के अनुसार संचालित होती है। सोमवार से शुक्रवार एनईएफटी सेवा सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक और शनिवार को सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक उपलब्ध रहती है। एनईएफटी सेवा रविवार और सभी बैंक छुट्टियों के दिन बंद रहती है। एनईएफटी रीयल टाइम में काम नहीं करता है, इसके जरिए फंड ट्रांसफर होने में कम से कम 2 घंटे का समय लगता है।

RTGS

आरटीजीएस का पूरा नाम रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट है। आरटीजीएसएक ऐसी ऑनलाइन बैंकिंग स्कीम है जिसमें बिना ज्यादा समय लिए एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है। आरटीजीएस फंड सेटलमेंट की एक सतत और वास्तविक प्रक्रिया है जिसमें बिना नेटिंग के ऑर्डर बाय ऑर्डर के आधार पर एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में फंड ट्रांसफर किया जाता है।

आरटीजीएस ऑनलाइन फंड ट्रांसफर की सबसे तेज प्रक्रिया है, जिसमें ट्रांसफर के 30 मिनट के भीतर पैसा प्राप्तकर्ता के बैंक खाते में जमा कर दिया जाता है। आरटीजीएस का इस्तेमाल बड़ी रकम भेजने के लिए किया जाता है। आप आरटीजीएस के जरिए कम से कम 2 लाख रुपये ट्रांसफर कर सकते हैं। आरटीजीएस करने के लिए भी आपको प्राप्तकर्ता का पूरा बैंक विवरण चाहिए होता है।

आरटीजीएस का समय सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक और शनिवार को दोपहर 12 बजे तक है। बैंक अवकाश और सार्वजनिक अवकाश पर कोई बंदोबस्त नहीं है।

IMPS

आईएमपीएस का पूरा नाम इमीडियेट पेमेंट सर्विस है। आईएमपीएस को हिंदी में तत्काल भुगतान सेवा के रूप में जाना जाता है। आईएमपीएस के माध्यम से, आप एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में तुरंत ऑनलाइन फंड ट्रान्सफर कर सकते हैं। आरटीजीएस और एनईएफटी की तरह आईएमपीएस के जरिए फंड ट्रांसफर करने में ज्यादा समय नहीं लगता है।

आईएमपीएस 24X7, इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सेवा प्रदान करता है। आईएमपीएस मोबाइल, इंटरनेट और एटीएम के माध्यम से पूरे भारत में बैंकों के भीतर तत्काल फंड ट्रान्सफर के लिए एक अच्छा उपकरण है। जो केवल सुरक्षित है बल्कि वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों दृष्टि से किफायती भी है। आईएमपीएस की मदद से फंड ट्रांसफर करने के लिए, प्रेषक के पास प्राप्तकर्ता के बैंक खाते का विवरण और आईएफएससी कोड होना चाहिए।

UPI

यूपीआई का पूरा नाम यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस है। यूपीआईएक ऐसी ऑनलाइन बैंकिंग सेवा है जिसमें प्रेषक बिना किसी बैंक विवरण के केवल मोबाइल नंबर के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में धनराशि ट्रान्सफर कर सकता है। यूपीआईसेवा 24X7 उपलब्ध है, आप यूपीआई के माध्यम से कभी भी भुगतान कर सकते हैं।

यूपीआई के जरिए पेमेंट करने के लिए आपके मोबाइल में UPI बेस्ड एप्लीकेशन का होना जरूरी है। इस एक एप्लिकेशन के माध्यम से, आप अपने किसी भी बैंक खाते में भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। छोटे फंड ट्रांसफर के लिए यूपीआई एक अच्छा माध्यम है, और इसमें भुगतान करने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है।

आईएमपीएस की तरह यूपीआईभी रियल टाइम में काम करता है, यहां भी आपको फंड प्राप्त करने में किसी भी तरह का समय नहीं लगता है।

E-Check

इलेक्ट्रॉनिक चेक या -चेक इंटरनेट के माध्यम से किया जाने वाला भुगतान का एक रूप है। जिसे पारंपरिक पेपर चेक के आधार पर डिज़ाइन किया गया है। एक इलेक्ट्रॉनिक चेक एक मानक पेपर चेक की तुलना में अधिक सुरक्षा होते है और पैसे ट्रांसफर करने में भी कम समय लगता है।

-चेक की मदद से यूजर पेपल या किसी अन्य -सर्विस का उपयोग करके फंड ट्रांसफर कर सकता है। इलेक्ट्रॉनिक चेक जारी करने की लागत एक पेपर चेक से काफी कम है।

नेट बैंकिंग की विशेषताएं  

नेट बैंकिंग में कई विशेषताएं हैं जिसके कारण इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। आइये नेट बैंकिंग की कुछ प्रमुख विशेषताओं के बारे में जाने

ग्राहक अपने बैंक खाते की पूरी जानकारी घर बैठे देख सकते हैं।

ग्राहक किसी भी बैंक खाते में तुरंत पैसा भेज सकते हैं।

नेट बैंकिंग के जरिए ग्राहक अपने बैंक स्टेटमेंट डाउनलोड कर सकते हैं, पहले उन्हें बैंक स्टेटमेंट लेने के लिए बैंक जाना पड़ता था।

ग्राहक अपना क्रेडिट स्कोर मुफ्त में देख सकते हैं।

नेट बैंकिंग के जरिए ग्राहक एफडी, आरडी जैसे विभिन्न प्रकार के बैंक खाते खोल सकते हैं।

नेट बैंकिंग में ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के बिलों का भुगतान करने की सुविधा प्रदान की जाती है।

नेट बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज, टिकट बुकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग जैसी सुविधाएं भी संभव हैं।

जरूरत पड़ने पर ग्राहक लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

नेट बैंकिंग सक्रिय कैसे करें

अगर आप नेट बैंकिंग की सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले नेट बैंकिंग को एक्टिवेट करना होगा। नेट बैंकिंग को सक्रिय करने की प्रक्रिया बहुत आसान है। आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आसानी से नेट बैंकिंग को इनेबल कर सकते हैं।

स्टेप 1 – सबसे पहले अपने बैंक में जाएं यानि जिस बैंक में आपका बैंक खाता है। उसके बाद नेट बैंकिंग का एक फॉर्म लें। यदि आपका बैंक में खाता नहीं है तो आप बैंक में खाता खोल सकते हैं और साथ ही नेट बैंकिंग के विकल्प का चयन कर सकते हैं।

स्टेप 2 – इसके बाद बैंक में नेट बैंकिंग फॉर्म जमा करें। फॉर्म में आपको सारी जानकारी सही-सही भरनी है।

स्टेप 3 – अब कुछ ही दिनों में आपके पते पर बैंक की ओर से एक लिफाफा आएगा, जिसमें आपकी नेट बैंकिंग आईडी, पासवर्ड मौजूद होगा

स्टेप 4 – अब आपको बैंक की आधिकारिक वेबसाइट खोलनी है या आप बैंक का आधिकारिक एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं। और इसमें आपको अपनी नेट बैंकिंग आईडी, पासवर्ड के जरिए लॉग इन करना होगा।

स्टेप 5 – लॉग इन करने के बाद आपको कुछ डिटेल्स भरनी है वो सब सही से भरनी है नहीं तो आपको बाद में दिक्कत हो सकती है।

स्टेप 6 – सभी विवरण सही ढंग से भरने के बाद, आपकी नेट बैंकिंग सेवा शुरू हो जाएगी, और आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

नेट बैंकिंग करते वक्त ध्यान रखने योग्य बातें

नेट बैंकिंग में सारा काम ऑनलाइन ही होता है इसलिए आप सावधानी से नेट बैंकिंग करें, नहीं तो आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है। यहां हमने आपको नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखने योग्य कुछ बातें बताई हैं। नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते समय हमेशा इन बातों का ध्यान रखें

सार्वजनिक वाईफाई या साइबर कैफे जैसी जगहों पर कभी भी नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें।

अपने नेट बैंकिंग अकाउंट के लिए एक मजबूत पासवर्ड बनाएं। अपने नाम, जन्मतिथि आदि के आधार पर कभी भी पासवर्ड बनाएं।

समय-समय पर अपना पासवर्ड बदलते रहें, इससे आपका अकाउंट हैक होने का खतरा कम हो जाता है।

अगर आपको कभी भी नेट बैंकिंग में कोई समस्या या संदेह का सामना करना पड़ता है, तो आपको तुरंत अपनी बैंक शाखा से संपर्क करना चाहिए।

निजी तौर पर नेट बैंकिंग का प्रयोग करें, कभी भी अपना पासवर्ड या यूज़रनेम किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा करें।

अगर आप कंप्यूटर में नेट बैंकिंग करते हैं तो एक अच्छा एंटी वायरस इंस्टॉल करें, उसके बाद ही नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें। एंटीवायरस आपके कंप्यूटर को वायरस, मैलवेयर से बचाता है।

नेट बैंकिंग के लाभ

नेट बैंकिंग के कई फायदे हैं जिनमें से कुछ प्रमुख फायदों के बारे में हमने आपको नीचे बताया है-

नेट बैंकिंग के जरिए आप बिना बैंक जाए ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं।

आप घर बैठे पासबुक, चेकबुक, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।

आप ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते हैं, और इसका भुगतान केवल मोबाइल के माध्यम से कर सकते हैं।

नेट बैंकिंग के आने से आप बाजार जा सकते हैं और बिना वॉलेट के खरीदारी कर सकते हैं।

नेट बैंकिंग से बैंक की लंबी लाइनों से छुटकारा मिलता है।

नेट बैंकिंग के जरिए आप घर बैठे ही बिलों का भुगतान, मोबाइल रिचार्ज या डीटीएच कर सकते हैं।

नेट बैंकिंग ऑनलाइन लेनदेन का एक सुरक्षित माध्यम है, आप यूजरनेम और पासवर्ड का उपयोग करके अपने खाते को सुरक्षित बना सकते हैं।

नेट बैंकिंग से आपका समय बचता है और आप अपने समय का सदुपयोग कर सकते हैं।

नेट बैंकिंग के नुकसान

नेट बैंकिंग के फायदे के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं, जिनके बारे में हमने आपको नीचे भी बताया है।

सर्वर डाउन होने पर नेट बैंकिंग काम नहीं करती है।

नेट बैंकिंग के लिए इंटरनेट कनेक्शन जरूरी है।

अगर आप नेट बैंकिंग करते हैं तो आपको जागरूक होने की जरूरत है, नहीं तो कोई भी साइबर अपराधी आपको आसानी से धोखा दे सकता है। यानी अगर किसी अनजान व्यक्ति को आपके नेट बैंकिंग अकाउंट की जानकारी मिल जाती है तो वह आपके अकाउंट से सारे पैसे निकाल सकता है।

हालांकि बैंक नेट बैंकिंग को फ्री बताती है, लेकिन नेट बैंकिंग में ग्राहकों से कई तरह के चार्ज लिए जाते हैं।

मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग के बीच अंतर

बहुत से लोगों को नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग में काफी कंफ्यूजन रहता है, वे इन दोनों को एक ही समझते हैं लेकिन नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग में बहुत अंतर हैं। हमने आपको नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के बीच स्पष्ट अंतर समझाने की कोशिश की है

नेट बैंकिंग से तात्पर्य इंटरनेट के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने से है। मोबाइल बैंकिंग से तात्पर्य मोबाइल के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने से है।

आप किसी भी डिवाइस जैसे मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप आदि में नेट बैंकिंग कर सकते हैं। मोबाइल बैंकिंग मोबाइल के जरिए ही की जा सकती है।

नेट बैंकिंग में असीमित सेवा है। मोबाइल बैंकिंग सेवा सीमित है।

नेट बैंकिंग करने के लिए ग्राहक को सिर्फ यूजर आईडी और पासवर्ड की जरूरत होती है। मोबाइल बैंकिंग करने के लिए ग्राहक को मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करना होगा।

नेट बैंकिंग के लिए एक उचित इंटरनेट कनेक्शन वाले उपकरण की आवश्यकता होती है। मोबाइल बैंकिंग एसएमएस के जरिए भी की जा सकती है।

मोबाइल बैंकिंग की तुलना में नेट बैंकिंग का उपयोग करना अधिक जटिल है। मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करना बहुत आसान है।

 

 
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