वित्तीय वर्ष 2023-24 में 18.59 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे गुजरात
अहमदाबाद | दुनियाभर में प्रतिवर्ष 27 सितंबर को ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। देश-विदेश के पर्यटकों के लिए सबसे
पसंदीदा पर्यटक स्थलों में गुजरात भी है। पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में राज्य में 18.59 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे। इनमें 17.50 करोड़ स्थानीय पर्यटक जबकि 23.43 लाख विदेशी पर्यटक शामिल हैं।
भाजपा सरकारों में गुजरात में पर्यटन, व्यापार, रोजगार, आध्यात्मिक और औद्योगिक निवेश सहित सभी क्षेत्रों में 360 डिग्री विकास हुआ है। आज गुजरात पूरी दुनिया का ध्यान आकृष्ट कर रहा है। गुजरात देश और दुनिया के सैलानियों के लिए हमेशा एक पसंदीदा राज्य रहा है। पर्यटन मंत्री मुलुभाई बेरा ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि गुजरात में वर्ष 2023-24 के दौरान कुल 18.59 करोड़ से अधिक पर्यटक आए। इनमें 17.50 करोड़ स्थानीय पर्यटक जबकि 23.43 लाख विदेशी पर्यटक शामिल हैं। गुजरात पहुंचे 18.59 करोड़ से अधिक पर्यटकों में 11.38 करोड़ से अधिक पर्यटक एक दिन के लिए आए जबकि 7.21 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने गुजरात में रात्रि विश्राम किया। वहीं, गत वर्ष यानी 2022-23 में गुजरात यात्रा पर आने वाले पर्यटकों की संख्या 14.98 करोड़ थी। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में 2023-24 में गुजरात आने वाले पर्यटकों की संख्या में 24.07 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि पूरे भारत से मुख्य रूप से धार्मिक, व्यावसायिक, हेरिटेज और लीजर यानी अवकाश (अपने व्यस्त जीवन से हटकर आनंद प्राप्ति के लिए घूमने निकलना) सहित चार श्रेणियों के पर्यटक गुजरात की यात्रा पर आते हैं।
धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अग्रसर गुजरात
पर्यटन मंत्री ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में गुजरात देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। राज्य के अंबाजी में स्थित मां अंबा मंदिर में सर्वाधिक 1.65 करोड़ भक्तों ने दर्शन का लाभ उठाया है। वहीं, ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर में 97.93 लाख, द्वारका में 83.54 लाख, महाकाली मंदिर पावागढ़ में 76.66 लाख तथा डाकोर में 34.22 लाख सहित कुल 4.5 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने देव दर्शन किये।
व्यावसायिक पर्यटन के क्षेत्र में ऊंची उड़ान
गुजरात देश के प्रमुख औद्योगिक राज्यों में से एक है। यही वजह है कि गुजरात में व्यावसायिक पर्यटन ऊंची उड़ान भर रहा है। आंकड़ों के लिहाज से देखें, तो व्यवसाय के उद्देश्य से सर्वाधिक 2.26 करोड़ से अधिक पर्यटक अहमदाबाद पहुंचे। जबकि सूरत में 62.31 लाख, वडोदरा में 34.15 लाख, राजकोट में 18.59 लाख और भरूच में 17.72 लाख सहित कुल 3.5 करोड़ से अधिक व्यावसायिक पर्यटक गुजरात आए।
अवकाश पर्यटन में भी गुजरात का बोलबाला
लीजर (अवकाश) अर्थात अपनी व्यस्त जिंदगी से हटकर आनंद प्राप्ति के लिए निकलने वाले पर्यटकों की बात करें तो 79.67 लाख पर्यटक अहमदाबाद के कांकरिया लेक फ्रंट पहुंचे। जबकि साबरमती रिवरफ्रंट में 44.76 लाख, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में 43.52 लाख, साइंस सिटी में 13.60 लाख और गुजरात के एकमात्र हिल स्टेशन सापुतारा में 11.39 लाख सहित गुजरात में कुल 1.92 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे
सैलानियों को लुभाता है गुजरात का हेरिटेज पर्यटन
हेरिटेज यानी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के अनमोल खजाने के साथ गुजरात का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसके अंतर्गत ऐतिहासिक शहर वडनगर को देखने के लिए 6.93 लाख सैलानी आए। वहीं, पोरबंदर स्थित महात्मा गांधी के जन्म स्थल कीर्ति मंदिर में 4.06 लाख, गांधीनगर स्थित अडालज वाव (बावड़ी) में 3.86 लाख, यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल पाटण की रानी की वाव में 3.83 लाख तथा मोढेरा स्थित ऐतिहासिक सूर्य मंदिर में 3.81 लाख सहित कुल 22.49 लाख पर्यटक गुजरात पहुंचे। यह गुजरात और गुजरातियों के लिए एक गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि गुजरात में पर्यटन क्षेत्र को तेजी देने और राज्य में आने वाले पर्यटकों को पर्यटन क्षेत्र में और अधिक विकल्प उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गुजरात सरकार द्वारा नए पर्यटन स्थल विकसित किए गए हैं। इनमें बॉर्डर टूरिज्म के रूप में नडाबेट और कच्छ के सर क्रीक में समद्री सीमा दर्शन प्रोजेक्ट, बालासिनोर का डायनासोर फॉसिल पार्क, पोरबंदर के मोकरसागर में वेटलैंड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट, बेट द्वारका में टूरिस्ट फैसिलिटी का विकास, धरोई बांध का विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकास, गुजरात की पहचान एशियाई शेरों के क्षेत्र गिर के आसपास के स्थलों को शामिल कर ग्रेटर गिर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट और ब्लू फ्लैग बीच का दर्जा प्राप्त शिवराजपुर को विश्वस्तरीय बीच के रूप में विकसित करने का काम गुजरात पर्यटन निगम द्वारा किया जा रहा है।