यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कल्लास ने ज़ोर देकर कहा है कि अमेरिका और रूस के बीच यूक्रेन संघर्ष को लेकर होने वाले किसी भी संभावित समझौते में यूरोपीय संघ और यूक्रेन की भागीदारी अनिवार्य होनी चाहिए। कल्लास का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आगामी 15 अगस्त को अमेरिकी राज्य अलास्का में युद्धविराम के मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं। यह बैठक 2021 के बाद दोनों नेताओं की पहली प्रत्यक्ष वार्ता होगी।
कल्लास ने बताया कि इस विषय पर आगे की रणनीति तय करने के लिए आज सुबह यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी कूटनीतिक समाधान में यूक्रेन की संप्रभुता और यूरोप के सामूहिक सुरक्षा हितों की उपेक्षा नहीं की जा सकती।
इससे पहले शनिवार को, यूरोपीय नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा था कि यूक्रेन संकट का कोई भी समाधान ऐसा होना चाहिए जो यूक्रेन और यूरोपीय महाद्वीप के दीर्घकालिक सुरक्षा हितों की रक्षा करे।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में शांति बहाल करने को लेकर गहरी चिंता बनी हुई है। इस संदर्भ में यूरोपीय संघ की भूमिका केवल एक पर्यवेक्षक की नहीं, बल्कि एक सक्रिय भागीदार की होनी चाहिए—कल्लास ने इसी संदेश को दोहराया।