अमेरिका और चीन ने अपने व्यापार युद्धविराम को 10 नवंबर तक बढ़ाने पर सहमति जताई है। यह निर्णय उस समय लिया गया जब कुछ ही घंटों बाद दोनों देशों के बीच नए टैरिफ लागू होने वाले थे।
संयुक्त बयान में दोनों पक्षों ने कहा कि वे नियोजित टैरिफ वृद्धि को आगामी 90 दिनों तक टालेंगे। इस निर्णय के तहत अमेरिका चीनी वस्तुओं पर टैरिफ को 145 प्रतिशत तक बढ़ाने में देरी करेगा, जबकि चीन अमेरिकी वस्तुओं पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाने से फिलहाल परहेज करेगा। वर्तमान में, अमेरिका चीनी आयात पर 30 प्रतिशत और चीन अमेरिकी निर्यात पर 10 प्रतिशत टैरिफ लागू रखेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस युद्धविराम को आगे बढ़ाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य दोनों देशों को व्यापार असंतुलन, अनुचित व्यापार व्यवहार, बाज़ार पहुँच और राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर बातचीत जारी रखने के लिए अतिरिक्त समय देना है।
अमेरिका ने विशेष रूप से चीन के साथ 2024 में हुए 300 अरब डॉलर के व्यापार घाटे पर चिंता जताई, जो किसी भी देश के साथ उसका सबसे बड़ा घाटा है। बातचीत में चीन द्वारा रूसी तेल की खरीद, दुर्लभ खनिज संसाधनों तक पहुँच और अमेरिकी तकनीकी निर्यात पर प्रतिबंध जैसे जटिल मुद्दों को भी शामिल किया गया है।