नेपाल-चीन संयुक्त सैन्य अभ्यास 'सागरमाथा फ्रेंडशिप' 6 से 16 सितंबर तक काठमांडू में | The Voice TV

Quote :

बड़ा बनना है तो दूसरों को उठाना सीखो, गिराना नहीं - अज्ञात

International

नेपाल-चीन संयुक्त सैन्य अभ्यास 'सागरमाथा फ्रेंडशिप' 6 से 16 सितंबर तक काठमांडू में

Date : 15-Aug-2025

  नेपाली सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास का पांचवां संस्करण सितंबर के पहले सप्ताह से नेपाल में होने वाला है। 'सागरमाथा फ्रेंडशिप' नामक यह अभ्यास आतंकवाद विरोधी अभियानों, युद्ध रणनीति और आपदा प्रबंधन पर केंद्रित होगा।

 
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल राजाराम बस्नेत ने बताया कि नेपाल और चीन के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 6 सितंबर से शुरू होगा और 16 सितंबर तक चलेगा। इस संयुक्त अभ्यास का चौथा संस्करण पिछले साल चीन के सिचुआन प्रांत के पास चोंगकिंग में हुआ था। इस बार दोनों सेनाओं के अधिकारी अभ्यास के तौर-तरीकों, प्रतिभागियों की संख्या और पर्यवेक्षकों को अंतिम रूप देने के लिए गहन चर्चा कर रहे हैं।
 
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मनोज कुमार आचार्य ने संयुक्त अभ्यास को एक नियमित सैन्य सहयोग कार्यक्रम का हिस्सा बताया। आचार्य ने कहा कि नेपाल नियमित रूप से भारत, अमेरिका और चीन के साथ इस तरह के अभ्यास आयोजित करता है। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से क्षमता बढ़ाने और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए यह सैन्य अभ्यास होने जा रहा है। रक्षा मंत्रालय के सचिव ने इस संयुक्त सैन्य अभ्यास में किसी विशेष देश के लक्षित नहीं होने की बात स्पष्ट की है।
 
मेजर जनरल प्रेम धोज अधिकारी के नेतृत्व में ब्रिगेडियर जनरल दीपेंद्र गुरुंग, कर्नल मणि राम थापा, मेजर पवन कटवाल और कैप्टन महेश धकल सहित एक उच्च स्तरीय नेपाली सेना की टीम हाल ही में चीनी रक्षा अधिकारियों के साथ अंतिम योजना सम्मेलन (एफपीसी) में भाग लेने के बाद चेंगदू से लौटी है। काठमांडू में चीनी दूतावास के साथ समन्वय में भी तैयारी चल रही है।
 
नेपाल-चीन संयुक्त सैन्य अभ्यास का पहला संस्करण अप्रैल, 2017 में काठमांडू में आयोजित किया गया था। इसके बाद दूसरा 2018 में चेंगदू में और तीसरा 2019 में नेपाल में आयोजित किया गया था। इसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण सैन्य अभ्यासों को कई वर्षों तक निलंबित कर दिया गया था।
 
इस बीच, अमेरिका, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और कुछ यूरोपीय देशों सहित पश्चिमी देशों ने चीन के साथ नेपाल के बढ़ते सैन्य जुड़ाव पर आपत्ति व्यक्त की है। विशेष रूप से ऐसे समय में जब बीजिंग नेपाल में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) परियोजनाओं को लागू करने पर जोर दे रहा है।
 
RELATED POST

Leave a reply
Click to reload image
Click on the image to reload

Advertisement









Advertisement