भारत और वियतनाम के तटरक्षक बलों के बीच छठी उच्च-स्तरीय बैठक आज वियतनाम की राजधानी हनोई में आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों देशों ने समुद्री अपराधों की रोकथाम और समुद्री सुरक्षा सहयोग को लेकर विस्तार से चर्चा की।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बैठक का मुख्य फोकस समुद्री खोज और बचाव, समुद्री कानून प्रवर्तन, समुद्री प्रदूषण की प्रतिक्रिया और क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने पर रहा। खासतौर पर तस्करी, मानव तस्करी और अवैध मछली पकड़ने जैसे अंतरराष्ट्रीय समुद्री अपराधों से निपटने पर विशेष ध्यान दिया गया।
बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के अतिरिक्त महानिदेशक आनंद प्रकाश बडोला और वियतनाम तटरक्षक बल (वीसीजी) के उप कमांडेंट मेजर जनरल वु ट्रुंग किएन ने की। दोनों पक्षों ने हाल ही में हुए पोत दौरों और पेशेवर आदान-प्रदान की समीक्षा की, और अंतर-संचालनीयता को मजबूत करने के लिए संयुक्त पहलों को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।
प्रतिनिधिमंडलों ने समन्वित खोज और बचाव अभियानों तथा संयुक्त प्रदूषण प्रतिक्रिया तंत्रों की आवश्यकता पर बल दिया। इसके साथ ही, नियमित संस्थागत संवाद, प्रशिक्षण कार्यक्रम, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान और पोत दौरों की निरंतरता को आपसी विश्वास और संचालन समन्वय के लिए महत्वपूर्ण बताया।
इस बैठक ने भारत और वियतनाम के बीच समुद्री सहयोग को एक नई दिशा देने की संभावनाओं को मजबूत किया है।