पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारी बारिश के कारण आई भीषण बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सिंधु नदी में जल स्तर खतरनाक रूप से बढ़ने से लय्या-तौंसा पुल को सहारा देने वाले सभी सुरक्षात्मक बांध और तटबंध बह गए हैं, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले हजारों ग्रामीणों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
मिट्टी के घर और खेत बाढ़ की चपेट में आकर तबाह हो गए हैं, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं। रिपोर्टों के अनुसार, ग्रामीणों को अपने मवेशियों की जान बचाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है, क्योंकि बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है।
पिछले 24 घंटों में सरगोधा, फ़ैसलाबाद, लाहौर, गुजरांवाला और रावलपिंडी सहित कई शहरों में भारी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पाकिस्तान के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) ने पूरे पंजाब प्रांत में रेड अलर्ट जारी कर दिया है और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आपातकालीन टीमें तैनात कर दी गई हैं।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और आपदा से संबंधित दिशानिर्देशों का पालन करें। बाढ़ के चलते बड़े पैमाने पर फसलें नष्ट होने और पशुधन के नुकसान की आशंका जताई जा रही है, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर असर पड़ सकता है।