अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैरीलैंड के बाल्टीमोर शहर में सेना तैनात करने की धमकी दी है, जिससे राज्य के डेमोक्रेटिक गवर्नर वेस मूर के साथ उनका टकराव और गहरा गया है। यह विवाद तब बढ़ा जब मूर ने ट्रंप को शहर में एक सुरक्षा पदयात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा कि यदि गवर्नर वेस मूर को लॉस एंजिल्स में कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम जैसी मदद की ज़रूरत है, तो वे सेना भेजने को तैयार हैं — ठीक उसी तरह जैसे पास के वाशिंगटन डीसी में किया जा रहा है — ताकि बाल्टीमोर में अपराध को जल्द खत्म किया जा सके।
ट्रंप की यह टिप्पणी डेमोक्रेटिक नेतृत्व वाले शहरों में अपराध पर नियंत्रण के नाम पर नेशनल गार्ड की तैनाती के प्रयासों का हिस्सा है, लेकिन इसने देश में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। घरेलू कानून व्यवस्था में सेना के इस्तेमाल को लेकर डेमोक्रेट्स ने तीखी आलोचना की है, जिसमें कई नेताओं ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया है।
गवर्नर मूर, जो पहले भी ट्रंप की रणनीतियों के आलोचक रहे हैं, ने राष्ट्रपति की इस धमकी को “बेतुकी और अज्ञानतापूर्ण” करार दिया। उन्होंने कहा कि अपराध से निपटने के लिए ज़मीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता है, न कि सैन्य介ताव के ज़रिए राजनीतिक दिखावा करने की।
ट्रंप के इस रुख ने न केवल मैरीलैंड में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है, जहां 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले कानून व्यवस्था एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है।