कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात में यूक्रेन के लिए मज़बूत सुरक्षा गारंटी की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी संभावित शांति समझौते के तहत कनाडा ऐसे सुरक्षा ढांचे में भागीदारी और ज़रूरत पड़ने पर सैन्य सहयोग देने से पीछे नहीं हटेगा।
प्रधानमंत्री बनने के बाद कार्नी की यह पहली यूक्रेन यात्रा थी, जो उन्होंने यूक्रेनी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की। कीव में आयोजित समारोह में वे राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ शामिल हुए, जहाँ अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग भी मौजूद थे।
रूस द्वारा यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण किए जाने के साढ़े तीन साल बाद अब शांति प्रयासों को नया मोड़ मिल रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि यूक्रेन अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर युद्धोत्तर सुरक्षा गारंटी की संभावित रूपरेखा तैयार कर रहा है। ट्रंप ने भी इस दिशा में लचीलापन दिखाया है।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने स्पष्ट किया है कि वे चाहते हैं कि किसी भी शांति समझौते में दी जाने वाली सुरक्षा गारंटी नाटो के अनुच्छेद 5 की भावना के यथासंभव करीब हो — जो किसी एक सदस्य पर हमले को पूरे गठबंधन पर हमला मानता है। कार्नी का समर्थन यूक्रेन को इस दिशा में अंतरराष्ट्रीय समर्थन मज़बूत करने में मदद कर सकता है।