रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में यूक्रेन संघर्ष को पश्चिमी शक्तियों द्वारा रूस और अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं के खिलाफ दंडात्मक उपायों को लागू करने का महज "बहाना" करार दिया। यह टिप्पणी उन्होंने चीन की चार दिवसीय यात्रा के समापन पर मीडिया से बातचीत के दौरान की।
पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश, विशेष रूप से अमेरिका, रूस के साथ मजबूत व्यापारिक रिश्ते रखने वाले देशों के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों और टैरिफ को लागू करने के लिए यूक्रेन संकट का बहाना बना रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन उपायों का उद्देश्य दरअसल अन्य राजनीतिक या आर्थिक एजेंडों को साधना है, जिनका यूक्रेन संघर्ष से सीधा संबंध नहीं है।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि इन प्रतिबंधों के पीछे असली कारण वैश्विक आर्थिक शक्ति संतुलन में बदलाव है। उन्होंने भारत, चीन और ब्राजील जैसी प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि पश्चिम इन देशों के साथ अपने आर्थिक प्रभुत्व को खोता देख रहा है और इसीलिए इस प्रकार के प्रतिबंधों का सहारा ले रहा है।
पुतिन की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब पश्चिमी देश रूस पर नए आर्थिक प्रतिबंधों और व्यापार अवरोधों की योजना बना रहे हैं, और यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव चरम पर है।