अनूपपुर, 8 सितंबर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध मां नर्मदा की उद्गम स्थली अमरकंटक में रविवार रात चंद्र ग्रहण की समाप्ति के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सोमवार को तड़के लोगों ने पवित्र नदियों, तालाबों और सरोवरों में स्नान कर दान-पुण्य किया।
रात करीब दो बजे अमरकंटक स्थित मां नर्मदा मंदिर परिसर का शुद्धिकरण किया गया। मंदिर कर्मचारियों ने सबसे पहले नर्मदा जल से पूरे परिसर को धोया। इसके बाद मुख्य पुजारी उमेश द्विवेदी (बंटी महाराज) ने मां नर्मदा को स्नान कराकर विशेष पूजन, आरती और शुद्धिकरण अनुष्ठान किया। पूजन के बाद मंगल आरती संपन्न हुई और सुबह से ही मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
ग्रहण समाप्त होते ही भक्तों की भारी भीड़ मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। श्रद्धालु मां नर्मदा का आशीर्वाद लेकर भगवान शंकर का जलाभिषेक कर रहे थे और अपने जीवन में सुख-शांति की मंगलकामनाएं कर रहे थे।
वहीं आमजन ने भी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नदी, तालाब और सरोवर के पवित्र जल में स्नान कर नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति और पुण्य लाभ की कामना की। कुछ लोगों ने अपने घरों में स्नान के लिए गंगाजल मिलाया और ग्रहण के बाद दान-पुण्य किया। दान में चावल, चीनी, वस्त्र आदि सामग्री जरूरतमंदों को भेंट की गई।
यह पूरा दृश्य श्रद्धा, भक्ति और धार्मिक परंपराओं की गहराई को दर्शाता है, जिसमें मां नर्मदा की पूजा और शुद्धिकरण अनुष्ठान की विशेष महत्ता रही।