जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने आज चुनाव में हार की ज़िम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। उनका कार्यकाल एक वर्ष से भी कम समय का रहा। इस चुनावी हार के साथ, उनकी सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) ने संसद में बहुमत खो दिया।
एक टेलीविजन प्रेस कॉन्फ्रेंस में इशिबा ने घोषणा की कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने का फैसला किया है। यह कदम उन्होंने पार्टी के भीतर संभावित मतदान और नेतृत्व परिवर्तन से पहले उठाया, जो उन्हें पद से हटा सकता था।
इशिबा के नेतृत्व में एलडीपी ने 15 वर्षों में पहली बार निचले सदन में बहुमत गंवाया और फिर इस वर्ष जुलाई में ऊपरी सदन में भी समर्थन खो दिया।
उन्होंने हाल ही में अमेरिका-जापान व्यापार समझौते में टैरिफ में ढील को पद छोड़ने का उपयुक्त समय बताया। हालांकि, जब तक नया प्रधानमंत्री नहीं चुना जाता, वे कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में पद पर बने रहेंगे।
इशिबा का कार्यकाल बढ़ती महंगाई, जीवन-यापन की लागत में संकट, अमेरिका के साथ तनावपूर्ण संबंधों, और कैबिनेट में विवादास्पद नियुक्तियों एवं पार्टी उपहार घोटालों से प्रभावित रहा।