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आने वाली पीढ़ियां संविधान पार्क से लेंगी प्रेरणा: राष्ट्रपति

Date : 03-Jan-2023

 जयपुर, 3 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि राजस्थान के राजभवन में निर्मित संविधान पार्क में समाहित उच्च आदर्शों से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि दूरदर्शी संविधान निर्माताओं की सोच थी कि संविधान के जरिए भावी पीढ़ी को भविष्य निर्माण का पूर्ण अधिकार मिलना चाहिए।

राष्ट्रपति मुर्मू मंगलवार को राजभवन में नव निर्मित संविधान उद्यान एवं इससे जुड़े सौंदर्यीकरण कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि संविधान पार्क का लोकार्पण करने की मुझे बहुत खुशी है। इस संविधान पार्क में संविधान की मूल भावना को दिखाया गया है। मुझे उम्मीद है कि आने वाली पीढ़ियां इस पार्क से प्रेरणा लेंगी। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने राजभवन में स्थापित मयूर स्तम्भ, फ्लैग पोस्ट, गांधी प्रतिमा एवं महाराणा प्रताप की अपने घोड़े चेतक के साथ विश्रान्ति मुद्रा में स्थापित प्रतिमा का अवलोकन किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान का समानता और महिला सशक्तिकरण में बड़ा योगदान है। महिला सशक्तिकरण और बाल विवाह के खिलाफ कानून राजस्थान के हरविलास शारदा ने बनाया। हरविलास शारदा ने 1938 में कानून का मसौदा बनाया था। जो बाद में शारदा एक्ट के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे संविधान में समानता के अधिकार पर जोर दिया गया है। बाबा साहेब अंबेडकर ने कहा था कि मैं समझता हूं, संविधान कितना ही अच्छा हो अगर उसका अनुसरण करने वाले बुरे हों तो बुरा बन जाता है। संविधान कितना ही बुरा हो अगर उसका पालन करने वाले लोग अच्छे हों तो वह अच्छा बन जाता है। बाबा साहेब संवैधानिक नैतिकता पर बहुत जोर देते थे। हमारे संविधान निर्माताओं ने प्राचीन लोकतांत्रिक परंपराओं को पुनर्जीवित किया है।

उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ियों को अपनी आवश्यकता के अनुसार संविधान में बदलाव का पूरा अधिकार होना चाहिए। इसीलिए संविधान में संशोधन का प्रावधान है। अब तक 105 संविधान संशोधन हो चुके हैं। हमारा जीवंत संविधान है। मेरा मानना है कि संविधान निर्माताओं का मूल उद्देश्य देशवासियों में संविधान के प्रति जागरूकता बनाए रखना रहा है। हमारे देशवासी संवैधानिक आदर्शों पर चलते हुए देश को आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति संवेदनशीलता, सजगता के कारण संविधान निर्माताओं ने विस्तृत संविधान की रचना की। उन्होंने कहा कि यह संविधान निर्माताओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने का अवसर है, मैं सभी संविधान निर्माताओं और शहीदों को नमन करती हूं।

राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान की यह मेरी पहली यात्रा है। राजस्थान महाराणा प्रताप, राणा सांगा, वीर दुर्गादास की वीर भूमि है। राजस्थान का बहुत ही गौरवशाली इतिहास है।

राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि भारतीय संविधान भारतीय संस्कृति का जीवन दर्शन है, इसे लागू किए जाने की यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है। राज्यपाल राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है और जब मैंने राजभवन में कार्यभार संभाला तो मैं चाहता था कि आम जनता को संविधान के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने बताया कि केंद्र की स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जयपुर विकास प्राधिकरण ने संविधान पार्क का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि राजभवन में संविधान पार्क भारतीय संस्कृति का कला रूप है। मेरा विचार है कि संविधान विश्व की सर्वश्रेष्ठ लोकतंत्र की व्याख्या है। कार्यभार संभालने के बाद मेरी प्राथमिकता रही कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में संविधान पार्क बने ताकि युवा पीढ़ी संविधान की मूल भावना को जान सके, क्योंकि हमारा संविधान लोकभावना से सीधा जुड़ा हुआ है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संविधान के प्रति भावना हर प्रदेश वासी के दिल में रहनी चाहिए। संविधान देश की अखंडता, एकता और समानता के लिए जरूरी है। संविधान पर हम गर्व कर सकते हैं, क्योंकि इसने प्रत्येक देशवासी को समान अधिकार दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में अब तक एक भी महिला राष्ट्रपति नहीं चुनी गई जबकि हमारे देश ने अब तक दो महिला राष्ट्रपतियों को चुना है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में जहां महिलाओं को मताधिकार देने में आजादी से 131 साल लग गए वहीं इंग्लैंड को 100 वर्ष बाद महिलाओं को मताधिकार मिला जबकि हमारे संविधान ने आजादी के साथ ही महिलाओं को मताधिकार दिया। हमारा देश एक है, अखंड है, यह गर्व की बात है। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपका व्यक्तित्व कृतित्व हम सबको प्रेरणा देगा।

इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने राजस्थान के भड़ला, फतेहगढ़ और बीकानेर क्षेत्र में 8.9 जीडब्ल्यू सौर ऊर्जा के लिए पारेषण प्रणाली को राष्ट्र को समर्पित किया। इसके अलावा एक हजार मेगावाट बीकानेर सोलर विद्युत परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास भी किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने राजभवन में कथौड़ी एवं सहरिया आदिवासी समूहों के साथ संवाद भी किया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, मुख्य न्यायाधीश पंकज मित्थल, कैबिनेट सदस्य सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठजन मौजूद रहे।

इससे पूर्व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिन के राजस्थान दौरे पर मंगलवार सुबह विशेष विमान से जयपुर पहुंचीं। वे राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार राजस्थान आई हैं। एयरपोर्ट पर राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनकी अगवानी की। एयरपोर्ट से राष्ट्रपति ने अमर जवान ज्योति पहुंच कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रपति मुर्मू राज्यपाल की ओर से दोपहर में आयोजित भोज में शामिल होने के बाद उदयपुर रवाना होंगीं। वह उदयपुर एयरपोर्ट पहुंच कर सिरोही के लिए रवाना होकर मानपुर हेलीपैड पहुंचेंगी। राष्ट्रपति शाम को प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विवि कैम्पस शांतिवन पहुंचेंगी। राष्ट्रपति बुधवार को पाली के रोहट में स्काउट गाइड की जंबूरी का उद्घाटन करने के बाद जोधपुर से दिल्ली रवाना होंगी।

 
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