चुनाव आयोग ने बिहार के लगभग सभी मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित कर लिया है और राज्य के 80.11% मतदाताओं ने अपने गणना प्रपत्र (Enumeration Form – EF) पहले ही जमा कर दिए हैं। आयोग इस प्रक्रिया को 25 जुलाई की निर्धारित समय सीमा से पहले पूरा करने की दिशा में तेज़ी से कार्य कर रहा है।
आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, 1 अगस्त को प्रस्तावित मसौदा मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए, सभी पात्र मतदाताओं को अपने गणना प्रपत्र (EF) जमा करने आवश्यक हैं। जिन नागरिकों के पास अभी पात्रता दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें 30 अगस्त तक दस्तावेज अलग से जमा करने की सुविधा दी गई है।
चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि बूथ स्तर के अधिकारियों (BLOs) ने अब तक 4.66 करोड़ गणना प्रपत्रों को डिजिटल रूप से ECINet पर अपलोड कर दिया है। यह प्रक्रिया बिहार में मतदाता सूची को अधिक सटीक, अद्यतन और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस प्रयास को डिजिटल भारत और मतदाता जागरूकता को मज़बूत करने के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें मतदाता सूची सुधार की प्रक्रिया में प्रत्यक्ष जनसंपर्क और तकनीक का प्रभावी उपयोग किया जा रहा है।