विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सिंगापुर दौरे के दौरान अपने समकक्ष डॉ. विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक संदेश में डॉ. जयशंकर ने कहा कि सिंगापुर भारत की "एक्ट ईस्ट" नीति के केंद्र में है, और दोनों देशों के बीच सहयोग लगातार गहराता जा रहा है।
इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम, आर्थिक साझेदारी, और रणनीतिक सहयोग जैसे विषयों पर चर्चा की। इसके अलावा, डॉ. जयशंकर ने टेमासेक होल्डिंग्स के मनोनीत अध्यक्ष टेओ ची हेन से भी मुलाकात की, जिसमें उन्होंने भारत में हो रहे आर्थिक सुधारों और निवेश के अवसरों पर संवाद किया।
सिंगापुर के विदेश मंत्री डॉ. बालाकृष्णन ने कहा, "जैसे-जैसे दुनिया अनिवार्य रूप से बहुध्रुवीय बन रही है, भारत इन प्रमुख ध्रुवों में से एक के रूप में उभरता जा रहा है।"
सिंगापुर यात्रा के बाद, डॉ. जयशंकर चीन के तियानजिन रवाना होंगे, जहाँ वे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में भाग लेंगे। इस दौरान वे द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगे।
यह यात्रा भारत की पूर्वी एशिया और बहुपक्षीय कूटनीति को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।