पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कानपुर में स्थित प्राचीन शिव मंदिर बाबा आनंदेश्वर में पूरे विधि विधान के साथ बाबा का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की और मां गंगा की आरती की। कोविंद ने यहां अपने पुराने दिनों को याद कर बाबा आनंदेश्वर से पूरे विश्व के कल्याण की कामना की।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 20 से 23 जुलाई चार दिवसीय कानपुर प्रवास पर हैं। वह रविवार को दिल्ली से विमान से कानपुर पहुंचे थे। सोमवार और मंगलवार को कुछ निजी कार्यक्रमों में शामिल हुए और बुधवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परमट स्थित बाबा आनंदेश्वर मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरे विधि विधान के साथ बाबा का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना कर मां गंगा की आरती की। पूजा के बाद काेविंद ने पत्रकाराें से
बात करते हुए कहा कि आज पवित्र श्रावण मास में मुझे प्राचीन शिव मंदिर बाबा आनंदेश्वर में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह स्थल मेरे लिए पवित्र है। कानपुर में डीएवी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते समय रोजाना आनंदेश्वर मंदिर में आकर बाबा के दर्शन करता था। भगवान शिव से यही कामना करता हूं कि सबका कल्याण करें।
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि कानपुर से उनका काफी गहरा नाता रहा है। यहां पर पढ़ाई करते हुए वह सिविल लाइंस स्थित डीएवी हॉस्टल में रहते थे और रोजाना बाबा के दर्शन करने भी आते थे। अपने अनुभव साझा हुए कहा कि उस समय इस श्रावण मास में मंदिर प्रांगण में मां गंगा की लहरें खुद मंदिर में विराजमान बाबा के चरणों में शीश झुकानें आती थीं। उन्हाेंने कहा कि कानपुर की धरती ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। इसलिए उनके लिए यह धरती बहुत पवित्र है। उन्होंने कहा कि बाबा के दर्शन प्राप्त कर उनका मन प्रफुल्लित हुआ है। बाबा से यही कामना करते हैं कि इस शहर का ही नहीं बल्कि पूरे विश्व का कल्याण करें। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर के दर्शन करने मात्र से लोगों की मनोकामना जरूर पूरी होती है।
इस माैके पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ कानुपर की महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक सुरेंद्र मैथानी भी मौजूद रहे। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज कानपुर प्रवास का अंतिम दिन है। वह चकेरी एयरपोर्ट से विमान के जरिये नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए।