शिमला, 28 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची संशोधन को लेकर छिड़े विवाद पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश का विपक्ष बिहार में वोट चोरी के नाम पर आंदोलन खड़ा कर रहा है, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है।
शांताकुमार ने साेमवार काे एक बयान में कहा कि कि चुनाव आयोग द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। बिहार की मतदाता सूची में कुल 7 करोड़ 89 लाख मतदाता दर्ज हैं। चुनाव आयोग के घर-घर सर्वेक्षण में पाया गया कि 36 लाख मतदाता घर पर नहीं मिले और उनका कोई पता नहीं चला, 22 लाख मतदाता मृत पाए गए, 7 लाख नाम ऐसे थे जो एक से अधिक स्थानों पर दर्ज थे।
शांताकुमार ने कहा कि नियमों के अनुसार ये कुल 65 लाख फर्जी वोट मान्य नहीं हैं। ऐसे में विपक्ष का आंदोलन दरअसल इन फर्जी मतदाताओं को सूची में बनाए रखने की साजिश है। ये वही पार्टियां हैं जिन्होंने ये फर्जी वोट बनवाए और अब जब इन्हें हटाया जा रहा है, तो वे चिल्ला रही हैं।
शांता कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को खुले मंच से सवाल पूछते हुए कहा कि जो व्यक्ति मर चुका है, या जो घर पर ही नहीं है, क्या उसका नाम मतदाता सूची में होना चाहिए? मैं सार्वजनिक रूप से इस प्रश्न का उत्तर चाहता हूं।”
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा कि देश का यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि कुछ राजनीतिक दल फर्जी वोटों के सहारे चुनाव जीतने का षड्यंत्र करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि 65 लाख फर्जी वोट डलवाए जाते, तो चुनाव परिणाम किसी भी दिशा में पलट सकते थे। यह साफ दर्शाता है कि कुछ दलों को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है। उन्होंने लोकतंत्र को धोखातंत्र बना दिया है।”
शांता कुमार ने इस सर्वेक्षण के लिए चुनाव आयोग की सराहना करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की रक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने मांग की कि इस प्रकार का सर्वेक्षण पूरे देश में किया जाना चाहिए ताकि मतदाता सूचियों को पूरी तरह निष्पक्ष और साफ बनाया जा सके।