राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में 8वें अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) सम्मेलन में मुख्य भाषण देंगी। उद्घाटन सत्र में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी भी हिस्सा लेंगे।
इस चार दिवसीय वैश्विक कार्यक्रम में दुनिया भर के 124 देश और 40 से अधिक मंत्री भाग ले रहे हैं। सम्मेलन का उद्देश्य सौर ऊर्जा को अपनाने में सहयोग बढ़ाना और एक उज्जवल, टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करना है। सत्रों के दौरान, सदस्य देश प्रगति की समीक्षा, चुनौतियों का समाधान और सौर ऊर्जा के लिए सामूहिक रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहा है, जिसमें सौर ऊर्जा की शक्ति का अधिकतम उपयोग शामिल है। भारत ने अपनी कुल स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता का 50 प्रतिशत गैर-जीवाश्म स्रोतों से हासिल कर लिया है, जो 2030 के लक्ष्य से पहले है। भारत वर्तमान में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा बाज़ार है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त योजना के तहत 20 लाख से अधिक परिवार अपनी छतों पर सौर ऊर्जा का लाभ उठा रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में 124 सदस्य और हस्ताक्षरकर्ता देश शामिल हैं। यह संगठन ऊर्जा की पहुँच और सुरक्षा सुधारने, कार्बन-तटस्थ भविष्य की दिशा में बदलाव लाने और कृषि, स्वास्थ्य, परिवहन और बिजली उत्पादन क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकारों के साथ मिलकर काम करता है।
