भारत समुद्री सप्ताह 2025 कल मुंबई में शुरू हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) ने किया, जिसमें समुद्री क्षेत्र में स्थिरता, नवाचार और निवेश पर केंद्रित कई ऐतिहासिक समझौते और वैश्विक सहयोग शामिल हैं।
मुख्य घटनाएँ और उद्घाटन सत्र:
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केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि यह सप्ताह भारत की समुद्री यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उन्होंने नीतिगत सुधारों, डिजिटलीकरण और क्षमता विस्तार के माध्यम से 2047 तक वैश्विक व्यापार हिस्से को तीन गुना करने के भारत के लक्ष्य की पुष्टि की।
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पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि कौशल और स्थिरता भारत के समुद्री परिवर्तन के केंद्र में हैं। इसका उद्देश्य एक स्मार्ट, हरित और वैश्विक रूप से जुड़ा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है, जो उद्योग को सशक्त बनाते हुए पर्यावरण की रक्षा करे।
महत्वपूर्ण समझौते और पहलें:
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भारत और नीदरलैंड के बीच समुद्री सहयोग पर MoU पर हस्ताक्षर।
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भारतीय बंदरगाहों को रॉटरडैम बंदरगाह से जोड़ने वाले हरित और डिजिटल समुद्री गलियारे की स्थापना पर आशय पत्र पर हस्ताक्षर।
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इस अवसर पर लगभग 55,000 करोड़ रुपये के व्यावसायिक समझौते भी किए गए, जिनमें वैश्विक और भारतीय कंपनियों की भागीदारी रही।
यह सप्ताह भारत के समुद्री क्षेत्र में नवाचार, निवेश और वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा देने का प्रमुख मंच साबित होगा।
