विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत और ब्रिटेन के बीच संबंध अब एक जटिल ऐतिहासिक जुड़ाव से आगे बढ़कर एक आधुनिक, गतिशील और भविष्योन्मुखी साझेदारी में परिवर्तित हो चुके हैं।
नई दिल्ली में आयोजित ब्रिटेन के राष्ट्रीय दिवस समारोह में बोलते हुए डॉ. जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों ने प्रौद्योगिकी और सुरक्षा पहल के तहत सहयोग को मज़बूत किया है और अब यह साझेदारी कनेक्टिविटी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तथा महत्वपूर्ण खनिजों जैसे उभरते क्षेत्रों तक विस्तृत हो गई है।
उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के नौ प्रमुख विश्वविद्यालयों को भारत में अपने परिसर स्थापित करने की मंज़ूरी दी गई है। इसी क्रम में साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय ने गुरुग्राम में अपना परिसर शुरू किया है और अपने पहले छात्र समूह का स्वागत किया है।
डॉ. जयशंकर ने यह भी कहा कि यह अवसर ब्रिटेन में रह रहे लगभग 19 लाख प्रवासी भारतीयों के योगदान को सम्मानित करने का है। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय को दोनों देशों के बीच एक जीवंत सेतु बताते हुए कहा कि उन्होंने भारत और ब्रिटेन के बीच एक विशेष और सशक्त संबंध को आकार देने में अहम भूमिका निभाई है।
