नई दिल्ली, 22 नवंबर । सागरमाला फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसएमएफसीएल) ने अपनी सालाना बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए 25 हजार करोड़ रुपये तक कर्ज लेने की मंजूरी दे दी है। इसमें से 8,000 करोड़ रुपये इस वित्तीय वर्ष में ही जुटाए जाएंगे। यह पैसा बैंक, वित्तीय संस्थानों और बॉन्ड के जरिए जुटाया जाएगा, ताकि कंपनी जल्द ही कर्ज देना शुरू कर सके।
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन आने वाली यह मिनी-रत्न कंपनी इसके लिए बड़ी रेटिंग एजेंसियों से बात कर रही है। मजबूत प्रोजेक्ट्स और बेहतर माहौल की वजह से कंपनी को अच्छी रेटिंग मिलेगी, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और उधार लेने में खर्च भी कम होगा।
कंपनी ने समुद्री क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक पूरा प्लान तैयार किया है। इसके तहत बंदरगाहों का विकास, पोर्ट से जुड़ी सड़क और रेल कनेक्टिविटी, पोर्ट के आसपास उद्योग बढ़ाना, तटीय इलाकों का विकास, तटीय जहाजरानी और नदी मार्गों को बढ़ावा देना शामिल है। खास तौर पर जहाज खरीदने और जहाज बनाने वाले प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दिया जाएगा।
एसएमएफसीएल ने कहा कि वह देश की जहाज बनाने की क्षमता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा, ताकि भारत वैश्विक शिपबिल्डिंग मार्केट में मजबूत जगह बना सके। कंपनी सरकारी और निजी दोनों सेक्टर के लिए अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से लोन देगी। साथ ही जहां जरूरत होगी वहां कैश-फ्लो की कमी पूरी करने जैसी मदद भी उपलब्ध कराई जाएगी।
