गूगल पर बढ़ रहा दबाव, क्या दुनिया का सबसे पॉपुलर ब्राउजर क्रोम बिक जाएगा?
Date : 20-Nov-2024
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस गूगल पर कार्रवाई कर सकता है और गूगल क्रोम को बेचने का आदेश दे सकता है, जो सर्च इंजन मार्केट में बड़ा बदलाव ला सकता है। गूगल पर सर्च मार्केट में अवैध तरीके से कब्जा करने का आरोप है, और इसके अलावा AI और एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम से संबंधित भी फैसले हो सकते हैं। गूगल क्रोम से कंपनी को काफी आय होती है, क्योंकि इसका मुख्य आय स्रोत विज्ञापन है।
गूगल को एक बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि कोर्ट गूगल क्रोम ब्राउजर के खिलाफ फैसला सुना सकता है। गूगल क्रोम को लैपटॉप और एंड्रॉइड स्मार्टफोन्स के साथ डिफॉल्ट ब्राउजर के रूप में प्रदान किया जाता है, साथ ही iOS आधारित iPhones में भी इसे डिफॉल्ट ब्राउजर के रूप में पेश किया जाता है। हालांकि, इसे लेकर विवाद अभी भी जारी है।
गूगल क्रोम ब्राउजर क्या है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोर्ट गूगल क्रोम को बेचने का आदेश दे सकता है। गूगल क्रोम एक प्रमुख वेब ब्राउजर है, जिसे गूगल ने विकसित किया है और यह एक मुफ्त सेवा है। इसे 2008 में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के लिए लॉन्च किया गया था और यह ओपन सोर्स क्रोमियम प्रोजेक्ट पर आधारित है।
सर्च इंजन मार्केट में बड़ा बदलाव
यदि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के जज गूगल क्रोम ब्राउजर के खिलाफ फैसला सुनाते हैं, तो इसे बेचा जा सकता है, जिससे सर्च इंजन मार्केट में बड़ा बदलाव हो सकता है। साथ ही, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की एंट्री के बाद सर्च इंजन इंडस्ट्री में बदलावों का दौर जारी है। गूगल ने हाल ही में AI टूल "जेमिनी" लॉन्च किया है, जिसे लगातार अपडेट किया जा रहा है और गूगल क्रोम ब्राउजर में इंटीग्रेट किया जा रहा है।