भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में नया अध्याय: शुभांशु शुक्ला का एक्सिओम-4 मिशन कल होगा लॉन्च
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का बहुप्रतीक्षित मिशन एक्सिओम-4 (Axiom-4) अब कल अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना होगा। नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के संयुक्त सहयोग से यह मिशन 24 जून को दोपहर 12:01 बजे (स्थानीय समयानुसार) नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा स्थित लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से फाल्कन 9 रॉकेट के ज़रिए लॉन्च किया जाएगा।
देरी और तकनीकी चुनौतियाँ
इस मिशन की लॉन्चिंग मूल रूप से 29 मई को निर्धारित थी, लेकिन इसे कई बार स्थगित किया गया:
-
फाल्कन 9 रॉकेट के बूस्टर में लिक्विड ऑक्सीजन लीकेज के चलते तकनीकी जाँच के लिए 8, 10, और 11 जून तक की देरी।
-
अंतरिक्ष स्टेशन के पुराने रूसी मॉड्यूल में रिसाव की पहचान के बाद सुरक्षा मूल्यांकन के लिए 19 और फिर 22 जून तक टालना पड़ा।
इन जाँचों और मरम्मत के बाद, अंततः मिशन को 24 जून के लिए पुनः निर्धारित किया गया।
शुभांशु शुक्ला और भारत के लिए महत्व
शुभांशु शुक्ला का यह मिशन न केवल उनके लिए, बल्कि भारत के लिए भी ऐतिहासिक है। वे पहले पूर्णतः निजी भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे जो ISS के लिए प्राइवेट मिशन के तहत रवाना होंगे। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में वैश्विक भागीदारी और वाणिज्यिक अंतरिक्ष अन्वेषण में उसकी भूमिका को और सशक्त करता है।
मिशन की विशेषताएं:
-
मिशन नाम: Axiom Mission 4 (Ax-4)
-
लॉन्च व्हीकल: स्पेसएक्स फाल्कन 9
-
स्थान: लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A, कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा
-
उद्देश्य: वैज्ञानिक प्रयोग, तकनीकी परीक्षण, और पृथ्वी-अंतरिक्ष सहयोग बढ़ाना
-
अवधि: लगभग 14 दिन (ISS पर)
शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की अंतरराष्ट्रीय पहचान को नई ऊंचाई देने वाली है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो यह मिशन भारत की निजी अंतरिक्ष यात्रा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।