भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक ले जाने वाला एक्सिओम-4 (AX-4) मिशन आज दोपहर 12:01 बजे IST पर अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सोशल मीडिया के ज़रिए इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह मिशन कल शाम 4:30 बजे IST पर ISS से डॉक करेगा — यानी लॉन्च के लगभग 28 घंटे बाद।
शुभांशु शुक्ला इस ऐतिहासिक मिशन के चार अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हैं। उनके साथ मिशन में अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन (मिशन कमांडर), पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की, और हंगरी के टिबोर कपू भी शामिल हैं। यह मिशन लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में 14 दिनों तक चलेगा, जिसके दौरान अंतरिक्ष यात्री वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रौद्योगिकी परीक्षण और वैश्विक आउटरीच कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
शुक्ला भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं — पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने 1984 में अंतरिक्ष की यात्रा की थी। इसी तरह, उज़्नान्स्की और कपू अपने-अपने देशों (पोलैंड और हंगरी) के इतिहास में अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे नागरिक हैं।
AX-4 मिशन मूल रूप से 29 मई को लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी समस्याओं, प्रतिकूल मौसम और ISS पर एक लीक के चलते इसे कई बार टालना पड़ा।
मिशन के दौरान, चारों अंतरिक्ष यात्री ISS पर लगभग 60 वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लेंगे, जिनमें से कई महत्वपूर्ण शोध परियोजनाओं का नेतृत्व इसरो कर रहा है। ये प्रयोग माइक्रोग्रैविटी अनुसंधान, जैव चिकित्सा परीक्षण, सामग्री विज्ञान और अंतरिक्ष में मानव व्यवहार के अध्ययन से संबंधित होंगे।
मिशन कमांडर पेगी व्हिटसन ने AX-4 को वैश्विक वैज्ञानिक सहयोग की दिशा में एक "महत्वपूर्ण छलांग" बताया है। यह मिशन नासा, इसरो और अन्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच गहराते सहयोग का प्रतीक बनकर भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों की नींव रखने जा रहा है।