भारत में 6G की दस्तक: 5G में बड़े बदलाव का संकेत!
Date : 27-Nov-2024
एरिक्सन के अनुसार, 6G टेक्नोलॉजी 2030 तक लॉन्च हो सकती है। भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और चीन जैसे देश इस नई संचार प्रणाली के लिए तैयार हो रहे हैं। फिलहाल, दुनिया भर में करीब 320 टेलीकॉम कंपनियां 5G सेवाएं प्रदान कर रही हैं, लेकिन यह केवल 20% वैश्विक आबादी तक पहुंच पाई है। एरिक्सन का अनुमान है कि 2030 तक 5G का विस्तार बढ़कर दुनिया की 60% आबादी तक हो जाएगा।
भारत में 5G नेटवर्क की तेजी से प्रगति
5G नेटवर्क के विस्तार में भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है। प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां, जैसे Airtel और Jio, ने देश के लगभग सभी जिलों में 5G सेवाएं शुरू कर दी हैं। हालांकि, Airtel फिलहाल 4G टेक्नोलॉजी पर आधारित अस्थायी 5G सेवाएं प्रदान कर रहा है, जबकि Jio ने पूरी तरह से नया और उन्नत 5G सिस्टम स्थापित किया है।
5G एडवांस्ड: सशक्त इंटरनेट और डेटा क्रांति का आगाज़
एरिक्सन की रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम कंपनियां 5G तकनीक को और उन्नत बनाने पर काम कर रही हैं। इस उन्नत संस्करण, जिसे 5G एडवांस्ड कहा जा रहा है, उपयोगकर्ताओं को तेज़ और मजबूत इंटरनेट सेवाएं प्रदान करेगा। नई तकनीक के साथ डेटा उपयोग में भारी वृद्धि होगी, जिससे टेलीकॉम इंडस्ट्री में बड़े बदलाव आने की संभावना है।
5G एडवांस्ड से क्या बदल जाएगा?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2030 तक 5G एडवांस्ड पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। इस तकनीक के साथ फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस जैसे विकल्पों से मोबाइल डेटा का उपयोग लगभग तीन गुना बढ़ सकता है। डेटा उपयोग में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते इस्तेमाल और वीडियो कंटेंट की लोकप्रियता में वृद्धि के कारण होगी।