2027 में भारत लॉन्च करेगा चंद्रयान-4
Date : 08-Feb-2025
भारत 2027 में चंद्रयान-4 मिशन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जिसके तहत चंद्रमा से सैंपल लाने की योजना है। हाल ही में, ISRO ने अपना 100वां मिशन लॉन्च किया, जिसमें आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से एक GSLV रॉकेट के जरिए नेविगेशन सैटेलाइट प्रक्षेपित किया गया। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद, यह मिशन भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण में एक बड़ा कदम होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने के लिए LVM-3 रॉकेट के कम से कम दो लॉन्च की आवश्यकता होगी।
यह भारत की पहली चंद्र नमूना-वापसी पहल होगी, जो वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह से सैंपल वापस लाना था। आने वाले वर्षों में ISRO कई महत्वपूर्ण मिशन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जिनमें गगनयान मिशन भी शामिल है, जो अगले वर्ष लॉन्च होने वाला है और जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को लो-अर्थ ऑर्बिट में भेजा जाएगा।
ISRO द्वारा हाल ही में लॉन्च किया गया 100वां मिशन NavIC श्रृंखला का दूसरा उपग्रह था, जिसे श्रीहरिकोटा से GSLV रॉकेट के जरिए भेजा गया। NavIC प्रणाली में कुल पांच सेकंड जनरेशन सैटेलाइट शामिल हैं। NVS-02 सैटेलाइट, जिसे U R Satellite Centre ने विकसित किया, लगभग 2,250 किलोग्राम वजनी है और L1, L5 तथा S बैंड्स में नेविगेशन पेलोड से लैस है।
NVS-01 की तरह, इस उपग्रह में भी C-बैंड रेंजिंग पेलोड है। इसके अलावा, हाल ही में ISRO ने स्पेस डॉकिंग तकनीक में भी सफलता प्राप्त की, जिससे भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद इस क्षमता को हासिल करने वाला चौथा देश बन गया। पिछले साल के अंत में लॉन्च किए गए SpaDeX मिशन के तहत स्पेस डॉकिंग प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। यह तकनीक भविष्य में मानव अंतरिक्ष मिशनों के लिए बेहद आवश्यक होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बड़ी उपलब्धि पर ISRO टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह देश के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।