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अब UPI फ्रॉड पर लगेगी लगाम: सरकार का नया सिस्टम करेगा संदिग्ध नंबरों की पहचान

Date : 23-May-2025

अब ऑनलाइन धोखाधड़ी नहीं चलेगी! Paytm, GPay और PhonePe यूजर्स के लिए सरकार का बड़ा सिक्योरिटी अपडेट

डिजिटल पेमेंट आज के दौर में बेहद आम हो चुका है, लेकिन इसके साथ ही साइबर फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी को देखते हुए सरकार ने आम यूजर्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब Paytm, Google Pay, PhonePe और BHIM जैसे UPI ऐप्स का इस्तेमाल पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा।

क्या है नया सिस्टम?

टेलीकॉम विभाग (DoT) ने एक नई सुरक्षा प्रणाली Financial Fraud Risk Indicator (FRI) लॉन्च की है। यह एक ऐसा डिजिटल सिस्टम है जो उन मोबाइल नंबरों की पहचान करेगा, जो साइबर अपराध या ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़े हो सकते हैं।

अगर कोई मोबाइल नंबर धोखाधड़ी में शामिल पाया जाता है या उस पर कोई संदिग्ध गतिविधि होती है, तो FRI उसे तुरंत फ्लैग और ज़रूरत पड़ने पर ब्लॉक कर देगा।

कैसे करेगा काम?

  • FRI सिस्टम एक अलर्ट टूल की तरह काम करता है।

  • जैसे ही कोई संदिग्ध नंबर बैंक या UPI ट्रांजेक्शन में शामिल होता है, यह सिस्टम उस नंबर की जानकारी तुरंत संबंधित बैंकों और प्लेटफॉर्म्स को भेज देगा।

  • इससे किसी भी तरह के फ्रॉड को रोकने में मदद मिलेगी, उससे पहले कि नुकसान हो।

सिर्फ बैंकों के लिए नहीं, ऐप्स भी होंगे शामिल

इस सिस्टम की खास बात यह है कि यह सिर्फ बैंकों तक सीमित नहीं है। Paytm, PhonePe, GPay जैसे नॉन-बैंकिंग ऐप्स भी इसका फायदा उठा सकेंगे। इससे उनके यूजर्स की सुरक्षा भी पहले से कहीं अधिक मजबूत होगी।

किन नंबरों पर लगेगी नजर?

  • जो नंबर पहले फ्रॉड में शामिल पाए गए हों

  • जिनकी KYC अधूरी हो या गलत जानकारी दी गई हो

  • जो नियमों का बार-बार उल्लंघन कर रहे हों

ऐसे सभी नंबर FRI के रडार पर होंगे और ज़रूरत पड़ने पर इन्हें ब्लॉक भी किया जाएगा।

क्यों है ये जरूरी?

आजकल लगभग हर कोई डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन हर दिन नए तरीके के ऑनलाइन फ्रॉड सामने आ रहे हैं। ऐसे में यह पहल न सिर्फ लोगों को सुरक्षित रखेगी, बल्कि डिजिटल ट्रांजैक्शन पर लोगों का भरोसा भी मजबूत करेगी।

यूजर्स को क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

  • अपने मोबाइल नंबर और UPI ऐप्स को वेरिफाई रखें

  • किसी भी अनजान कॉल या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें

  • लेनदेन से जुड़ी किसी समस्या पर तुरंत अपने बैंक या ऐप सपोर्ट से संपर्क करें

DoT की यह नई पहल भारत को सुरक्षित डिजिटल इकोसिस्टम की ओर ले जा रही है। अगर आपने अब तक अपनी UPI सुरक्षा को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई है, तो अब वक्त है सतर्क होने का। सुरक्षित रहिए, स्मार्ट पेमेंट कीजिए।

 
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