शिमला, 03 अक्टूबर । शारदीय नवरात्र का गुरूवार से आगाज हो गया है। इसे लेकर राजधानी शिमला के सभी प्रमुख देवी मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है। सुबह छह बजे से मंदिरों के कपाट खुले गए और भक्त जुटना शुरू हो गए हैं। ऐतिहासिक तारादेवी, कालीबाड़ी, ढिंगू माता, कामना देवी व मां दुर्गा मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा है। मंदिर परिसरों में दुकानें सज गई हैं। नारियल चुनरी, प्रसाद, मां के ध्वजा पताका की दुकानें लगी हुई हैं। नवरात्रि पर्व पर मंदिरों में विशेष अनुष्ठानों का भी आयोजन किया जा रहा है। प्रसिद्ध देवी मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस अधिकारियों ने जायजा लिया और थाना प्रभारियों को जरूरी निर्देश दिए।
शिमला शहर से 15 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर बसे ऐतिहासिक तारादेवी मंदिर के लिए नवरात्र के दौरान एचआरटीसी ने विशेष बसों का इंतज़ाम किया है। इसके लिए पुराना बस स्टैंड सहित उपनगरों न्यू शिमला व टुटू से तारादेवी मंदिर के लिए श्रद्धालुओं को बस सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। एचआरटीसी पुराना बस स्टैंड से हर आधे घंटे में तारादेवी मंदिर के लिए बसें चला रहा है। इसके लिए निगम ने अधिकारियों व कर्मचारियों की डयूटी लगा दी है।
आनंदपुर से तारादेवी मंदिर को शटल बस सेवाएं
नवरात्रों में एचआरटीसी की बड़ी बसें तारादेवी मंदिर से दो किलोमीटर पीछे आनंदपुर तक जाएगी। आंदनपुर से तारा देवी मंदिर के लिए लिए एच.आर.टी.सी की शटल बस सर्विस चलाई जा रही है। दरअसल श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए छोटे वाहन भी मंदिर नहीं भेज जाते हैं ऐसे में इन शटल बस सेवा में श्रद्धालू मंदिर पहुंच सकेंगे।
इसके अलावा एचआरटीसी इस बार पुराना बस स्टैंड से तीन स्पैशल टैक्सी यानी टैंपो ट्रेवलर चलेंगे। जिसमें श्रद्धालू आसानी से मंदिर पहुंच सकेंगे। पुराना बस स्टैंड से मंदिर तक प्रति व्यक्ति 60 रुपए किराया होगा। वहीं इस टैक्सी सेवा में अन्य कोई भी रियाती पास सहित महिलाओं को मिलने वाली 50 प्रतिशत छूट भी नहीं मिलेगी। वहीं पहले दिन निगम द्वारा 3 टैंपो ट्रेवलर चलाए जा रहे हैं। निगम बसों सहित टैंपो ट्रेवलर की जरूरत के हिसाब से संख्या बढ़ा भी सकता है।