गांधीनगर । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 16 जनवरी को मेहसाणा जिले के वडनगर शहर में सैकड़ों करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। पुरातत्व अनुभव संग्रहालय, प्रेरणा संकुल और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जैसे विकास कार्यों के साकार होने से वडनगर आने वाले पर्यटकों को एक नया अनुभव मिलेगा।
राज्य सरकार वडनगर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और संवारने तथा इस ऐतिहासिक नगर में बुनियादी तथा पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। वडनगर पर आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी गांधीनगर और आईआईटी रुड़की की ओर से व्यापक बहु-विषयक शोध शुरू किया गया है।
गुजरात के प्राचीनतम जीवंत शहर वडनगर का इतिहास बहुत भव्य है। 2500 से अधिक वर्षों से लगातार आबाद रहने वाला यह शहर सात अलग-अलग राजवंशों के अधीन रहा है। वडनगर प्रमुख व्यापारिक मार्ग पर स्थित होने के कारण हिंदू, बौद्ध, जैन और इस्लाम धर्मों के संगम का एक जीवंत केंद्र था। यह शहर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का अनमोल खजाना है। अपनी तमाम ऐतिहासिक खूबियों के बावजूद अनजान रहा वडनगर उस वक्त देश-दुनिया के नक्शे पर चमक उठा, जब यहां पैदा हुए नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री मोदी ने वडनगर के ऐतिहासिक महत्व और पर्यटन संभावनाओं को देखते हुए इससे जुड़ी परियोजनाएं शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से हुआ वडनगर का विकास
वडनगर में मौजूद पर्यटन संभावनाओं को ध्यान में रखकर वडनगर में विभिन्न पर्यटन आकर्षण और पर्यटक सुविधाएं विकसित की गई हैं। नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में बौद्ध सर्किट का विकास हो रहा है, जिसका एक हिस्सा वडनगर से गुजरता है। गुजरात पुरातत्व विभाग को वडनगर में खुदाई के दौरान बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे। वडनगर रेलवे स्टेशन का विकास किया गया, ताकि पर्यटक वडनगर तक आसानी से पहुंच सकें। वडनगर के लगभग 4500 वर्ष पुराने शर्मिष्ठा तालाब का भी विकास किया गया है। पर्यटकों के लिए वहां बोटिंग की सुविधा भी विकसित की गई है और ओपन एयर थियेटर का भी निर्माण किया गया है।
इसके अलावा, राग मल्हार गाकर तानसेन के शरीर की जलन को शीतलता प्रदान करने वाली वडनगर की दो बहनों ताना और रीरी की स्मृति में प्रतिवर्ष ताना-रीरी महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसकी शुरुआत भी तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2003 में की थी। यह महोत्सव आज विश्व स्तर पर प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है, जिसमें प्रतिवर्ष शास्त्रीय संगीत से जुड़े कलाकारों को ‘ताना-रीरी’ अवॉर्ड दिया जाता है। इसके साथ ही, वडनगर और उसके आसपास के क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वडनगर में अत्याधुनिक हॉस्पिटल भी शुरू कराया गया है। गुजरात का वडनगर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। अब, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वडनगर को तीन नए विकास कार्यों की भेंट देने जा रहे हैं।
पुरातत्व अनुभव संग्रहालय : 2500 वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा का अनुभव
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वडनगर में नवनिर्मित पुरातत्व अनुभव संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। यह भारत का अपनी तरह का पहला संग्रहालय है जिसे केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने राज्य के पुरातत्व और संग्रहालय निदेशालय के सहयोग से तैयार किया है। इस संग्रहालय का उद्देश्य यहां उत्खनन से प्राप्त पुरातात्विक वस्तुओं के माध्यम से वडनगर के बहुस्तरीय सांस्कृतिक इतिहास को उजागर करना और 2500 वर्षों से भी अधिक समय से इस शहर के निरंतर मानव विकास को प्रदर्शित करना है। इस संग्रहालय को पुल के माध्यम से जीवंत उत्खनन स्थल के साथ से जोड़ा गया है। 298 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से तैयार यह चार मंजिला संग्रहालय लगभग 12,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है।
संग्रहालय भवन में पुरातात्विक उत्खनन के दौरान प्राप्त 5000 से अधिक कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है, जिनसे वडनगर के 2500 वर्ष के इतिहास और प्राचीन ज्ञान भंडार का पता चलता है। दृश्य-श्रव्य फिल्मों और प्रदर्शनियों के साथ यह पुरातत्व अनुभव संग्रहालय इतिहास और संस्कृति के जिज्ञासुओं के लिए एक खास नजराना है। वडनगर के पुरातात्विक उत्खनन अवशेषों का अनुभव प्रदान करने के लिए एक स्थायी शेड और पर्यटक सुविधाओं का विकास किया गया है। संग्रहालय में विभिन्न समय अवधियों, कलाओं, शिल्पों और क्षेत्र की भाषा को प्रदर्शित करने वाली 9 विषयगत गैलरियां भी बनाई गई हैं।
‘प्रेरणा संकुल’ : आधुनिक तकनीक के साथ-साथ नैतिक मूल्यों का पाठ
इसके साथ ही, केंद्रीय गृह मंत्री 72 करोड़ रुपए की लागत से तैयार ‘प्रेरणा संकुल’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ‘प्रेरणा संकुल’ वडनगर के ऐतिहासिक प्राथमिक स्कूल भवन के जीर्णोद्धार की पहल है। 1888 में स्थापित इसी स्कूल में हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा इस स्कूल को भविष्य के आधुनिक शैक्षणिक संस्थान के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें नई टेक्नोलॉजी के जरिए शिक्षा और नैतिक मूल्यों का अनूठा समन्वय है।
प्रेरणा संकुल का मुख्य उद्देश्य छात्रों और आम लोगों में विकास और परिवर्तन की भावना को प्रोत्साहित करना है। यह स्कूल युवाओं को उस राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है, जहां से प्रधानमंत्री की शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत हुई थी। स्टडी टूर के तहत देश के सभी जिलों से छात्र यहां एक सप्ताह के लिए पढ़ने आते हैं। अब तक देश के कई हिस्सों से छात्रों और शिक्षकों का 36 समूह पढ़ने के लिए आ चुका है, जिनमें 720 छात्र और 360 शिक्षक शामिल हैं। इस परिसर में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम को आईआईटी गांधीनगर द्वारा डिजाइन किया गया है, जिसमें 9 मूल्य-आधारित विषय शामिल हैं।
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वडनगर में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का भी उद्घाटन करेंगे। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करना और एथलीटों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ-साथ उनके विकास में मदद करना है। यहां पैरा स्पोर्ट्स कार्यक्रम, कार्यशालाओं और जागरूकता अभियानों का आयोजन कर दिव्यांग एथलीटों की भागीदारी को बढ़ावा देते हुए समावेशी खेल संस्कृति के विकास का प्रयास किया जाएगा।
33.50 करोड़ रुपए की लागत से विकसित इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में विभिन्न प्रकार के इनडोर खेलों की सुविधा है। वहीं, आउटडोर सुविधाओं में 8 लेन वाला 400 मीटर सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक, एक एस्ट्रो टर्फ फुटबाल मैदान, कबड्डी, खो-खो और वॉलीबॉल का मैदान शामिल हैं। इसके अलावा, एक छात्रावास का निर्माण प्रगति पर है, जहां 100 लड़के और 100 लड़कियों के रहने की व्यवस्था होगी।
वडनगर दौरे में अमित शाह प्राचीन हाटकेश्वर मंदिर भी जाएंगे। 17वीं सदी का यह खूबसूरत नक्काशीदार मंदिर किसी समय में वडनगर के प्रमुख समुदाय ‘नागर ब्राह्मणों’ के कुल देवता हाटकेश्वर महादेव को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला और डिजाइन इस क्षेत्र की समृद्ध विरासत और परंपराओं को दर्शाती है।
