उत्तराखंड की “सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल” झांकी के कलाकारों ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड निवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित उत्तराखंड की झांकी को देशभर में तृतीय स्थान प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री ने झांकी दल के सभी 16 कलाकारों को 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने झांकी दल के सदस्यों को बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि प्रदेश के लिए गर्व की बात है। झांकी में शामिल कलाकारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर उत्तराखंड की झांकी को तृतीय स्थान मिलने से राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति और धार्मिक विरासत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, राज्य सरकार ने सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और साहसिक खेलों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से इस झांकी को प्रस्तुत करने का निर्णय लिया था। सरकार अब साहसिक खेलों के लिए अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने पर भी जोर दे रही है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय रंगशाला शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड झांकी के कलाकारों को द्वितीय पुरस्कार मिला, जबकि गणतंत्र दिवस परेड में "सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल" विषय पर आधारित झांकी को देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, टीम लीडर एवं संयुक्त निदेशक सूचना के.एस. चौहान सहित झांकी के कलाकारों में सुरेश राजन, तरुण कुमार, राजेश कुमार, रवीन्द्र कुमार, अभिषेक पाण्डेय, अमन विश्वकर्मा, शुभम बेरी, रेखा पूना, कमला पंत, चन्द्रदीप राजन, प्रियंका आर्या साही, अंजलि आर्या, रश्मि पंत, निकिता आर्या और साक्षी बोहरा उपस्थित रहे।
