छत्तीसगढ़ विशेष आलेख - सर्वे संतु निरामया का योजना से लाखो लोगो की मदद कर रहे है विष्णु देव सरकार
Date : 27-Sep-2024
शांति मंत्र के पाठ में पहली पंक्ति है सर्वे भवंतु सुखिन: और दूसरी पंक्ति है सर्वे संतु निरामया जिसका अर्थ है सब रोग मुक्त एवं स्वस्थ रहें ।
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने कुछ इसी को कृतार्थ करते हुए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना इस प्रकार से बनाई है कि जिसका लाभ प्रदेश के हर उस पात्र परिवार को मिले जो रोग से ग्रसित है एवं अपना उपचार करा रहा है ।
मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से व्यक्ति बीमारी से लड़ने एवं रोग मुक्त होने के लिए आर्थिक दृष्टि से सक्षम हो रहा है। व्यक्ति जब भी बीमारी से लड़ता है तो उसे मनोबल के साथ - साथ आर्थिक संबल की भी आवश्यकता होती है इस योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों से वह अपना इलाज बगैर खर्च या कर्ज लिए करा सकता है। क्योंकि इस योजना में पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा साय सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है ।
अगर कोई व्यक्ति अपना इलाज किसी भी प्राइवेट अस्पताल में कराना चाहता है तो उसे मन ही मन में यह बात परेशान करता है कि होने वाले खर्च के पैसे को वह कहां से लायेगा । ऐसे में जब आर्थिक दृष्टि से राज्य सरकार द्वारा विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत उस व्यक्ति को जब मदद मिलती है तो उसका विश्वास प्रजातंत्र के प्रति और भी बढ़ जाता है ।
प्रजातंत्र को परिभाषित करते हुए कहा जाता है “जनता द्वारा जनता के लिए जनता का शासन” तो ऐसे में वह सरकार को अपने बेहद करीब पाता है जो उसके विषम परिस्थिति में उससे कंधे से कंधा मिलाकर उसके आर्थिक बोझ को अपने कंधों पर उठा लेता है । छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि अपने राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रहा है जिससे स्वस्थ एवं बेहतर छत्तीसगढ़ का निर्माण की ओर अग्रसर हो रहा है और सरकार यह सुनिश्चित करती है कि यह योजना हर उस व्यक्ति तक पहुंचे जिसको उसकी आवश्यकता है।
जब किसी परिवार का कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो वह परिवार मानसिक एवं आर्थिक रूप से संकट से गुजर रहा होता है ऐसे में जब विष्णु देव साय की सरकार उसके समकक्ष खड़े होकर इलाज में हो रहे खर्च को मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत उस खर्च को वहन करती है तो उस व्यक्ति ,उसके परिवार एवम समाज की दृष्टि में मुख्यमंत्री भी परिवार के सदस्य हो जाते है ।
मुख्यमंत्री के इस योजना से बिलासपुर के हेमूनगर निवासी लालवानी परिवार के मुखिया खियाल दास लालवानी को किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए ‘मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना’ के तहत सहायता राशि स्वीकृत हुई है, जिससे अब उनका इलाज चल रहा है, और परिवार ने राहत की सांस ली है। लालवानी परिवार ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल के लिए आभार जताया है।
लालवानी परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब उनके घर के एक मात्र कमाने वाले सदस्य किडनी की गंभीर बीमारी की चपेट में आ गए। बुधवारी बाजार में अपने छोटे से व्यवसाय से परिवार चलाने वाले मुखिया की गंभीर बीमारी ने पूरे परिवार की खुशियां छीन लीं। खियाल दास लालवानी की पत्नी श्रीमती लक्ष्मी लालवानी ने भावुक होकर बताया कि पिछले 6 साल में महंगे इलाज के खर्च में उनकी जमा पूंजी खत्म हो गई, दो बेटियों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी। इस परिस्थिति में बेटियों की उच्चशिक्षा का खर्च उठाना मुश्किल हो गया और मुझे व्यवसाय संभालना पड़ा, जबकि मैं हमेशा से एक गृहिणी थी।
श्रीमती लालवानी ने बताया कि बेटियों ने अपनी पढ़ाई के साथ घर पर ट्यूशन पढ़ाकर परिवार के जरूरी खर्च पूरे किए, लेकिन डायलिसिस का महंगा खर्च वहन करना उनके लिए बेहद मुश्किल था। ऐसे में उन्हें इस योजना के विषय में जानकारी मिली, और आवेदन करने के बाद त्वरित रूप से सहायता राशि स्वीकृत हुई। अब आसानी से उनके पति का इलाज हो पा रहा है। श्रीमती लालवानी कहती हैं कि मुख्यमंत्री की इस संवेदनशील योजना से उनके पति को नई जिंदगी मिली है, उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहा कि अचानक आई इस मुसीबत से उबरने में इस सहायता राशि से उन जैसे कई परिवारों को बड़ी मदद मिली है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गंभीर रोगों के इलाज के लिए 25 लाख रूपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। जिले में अब तक 636 लोगों ने योजना के तहत लाभ प्राप्त किया है, और इस वर्ष जिले के 131 मरीजों को योजना के तहत लाभान्वित किया गया है।