इस मंदिर को सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर अपनी महिमा और गरिमा के लिए विख्यात है। वैसे तो यहाँ वर्ष भर श्रधालुओं की भीड़ उमड़ती है परन्तु रामनवमी और शिवरात्रि के त्यौहार में प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के आते है | यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन है।
रहस्यमय मंदिर माँ मुंडेश्वरी धाम का आश्चर्यजनक बात यह है की यहां बिना रक्त बहाये ही बकरे की बलि चढ़ जाती है मान्यता है कि यहाँ आप माता की मूर्ति पर अधिक देर तक दृष्टि नहीं डाल सकते |