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छत्तीसगढ़ में चैत्र नवरात्रि : 9 प्रमुख मंदिरों में देवी पूजा का ऐतिहासिक महत्व

Date : 05-Apr-2025

छत्तीसगढ़ में चैत्र नवरात्रि का पर्व और  9 प्रमुख देवी मंदिर

छत्तीसगढ़ में चैत्र नवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जहां देवी के विभिन्न रूपों की पूजा होती है। यह समय श्रद्धा, आस्था और धार्मिक एकता का प्रतीक होता है। नवरात्रि के दौरान यहां के प्रमुख देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का महत्वपूर्ण केंद्र बनते हैं।

चैत्र नवरात्रि का महत्व: 

शास्त्रों के अनुसार, चैत्र नवरात्रि का अत्यधिक महत्व है और यह त्योहार वसंत ऋतु में मनाया जाता है। नवरात्रि का अर्थ है "नौ रातें", जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। इन नौ दिनों में देवी शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। 

छत्तीसगढ़ के 9 प्रमुख देवी मंदिर: 

1. माँ बम्लेश्वरी का मंदिर (डोंगरगढ़) : डोंगरगढ़ के इस मंदिर का धार्मिक महत्व अत्यधिक है और यह छत्तीसगढ़ के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। यह मंदिर लगभग 2200 साल पुराना है और यहां शारदीय और वासंती नवरात्रि के दौरान विराट मेला आयोजित होता है। 

2. दंतेश्वरी माता मंदिर (दंतेवाड़ा) : बस्तर क्षेत्र की कुल देवी, दंतेश्वरी माता का मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है। यहां बस्तर दशहरा के दौरान विशेष पूजा होती है, और यह श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थल है।

3. महामाया मंदिर (रतनपुर) : बिलासपुर जिले के रतनपुर में स्थित महामाया मंदिर में देवी सती के दाहिने स्कंध के गिरने की मान्यता है। नवरात्रि के दौरान यहां विशेष पूजा की जाती है और श्रद्धालु माता के आशीर्वाद के लिए आते हैं। 

4. चंद्रहासिनी माता मंदिर (सक्ति) : यह मंदिर चंद्रमा के समान देवी की आकृति के लिए प्रसिद्ध है। नवरात्रि में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है और यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां भक्तों की आस्था को बल मिलता है।  

5. खल्लारी माता मंदिर (महासमुंद) : खल्लारी माता मंदिर महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। यहां 850 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचा जा सकता है, और नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा होती है। यह मंदिर क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।

6. चंडी माता मंदिर (महासमुंद) : इस मंदिर में खास तौर पर चैत्र और क्वांर मास के नवरात्रि के दौरान मेला लगता है। यहां एक अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है, जहां श्रद्धालु माता की आरती में भाग लेते हैं और भालू भी इस आरती में शामिल होते हैं।

7. माता अंगारमोती (धमतरी) : धमतरी जिले में स्थित माता अंगारमोती की प्रतिमा दो स्थानों पर प्रतिष्ठित है। यहां की मान्यता के अनुसार, उनकी प्रतिमा पहले तालाब में मछुआरों के जाल में फंसी थी और फिर उसे प्रतिष्ठित किया गया।  

8. बंजारी माता मंदिर (रायगढ़) : रायगढ़ के बंजारी माता मंदिर में विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए आते हैं। यह मंदिर धार्मिक पर्यटन का भी प्रमुख स्थल बन चुका है। 

9. मड़वारानी मंदिर (कोरबा) : मड़वारानी मंदिर कोरबा जिले में स्थित है, जहां देवी मड़वारानी की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और मेला आयोजित होता है।

 

चैत्र नवरात्रि के दौरान इन प्रमुख मंदिरों में पूजा, भव्य मेले और विशेष आरतियां होती हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और आस्था प्रदान करती हैं। अगर आप इस नवरात्रि में छत्तीसगढ़ में हैं, तो इन मंदिरों में दर्शन करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है।

 
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