रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच ढाई साल से अधिक समय बाद पहली बार फोन पर बातचीत हुई। इस बातचीत में यूक्रेन संघर्ष और ईरान के परमाणु कार्यक्रम जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
राष्ट्रपति मैक्रों ने वार्ता के दौरान यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति फ्रांस के अटल समर्थन को दोहराया और युद्धविराम की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि एक स्थायी समाधान का मार्ग प्रशस्त हो सके। इसके विपरीत, राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों पर रूस की सुरक्षा चिंताओं की लंबे समय से अनदेखी करने और यूक्रेन को एक "रूस विरोधी गढ़" में बदलने के प्रयासों का आरोप लगाया।
क्रेमलिन द्वारा जारी बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने हाल ही में इजरायल और ईरान के बीच 12 दिन चले संघर्ष की पृष्ठभूमि में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर भी चर्चा की। मैक्रों ने क्षेत्रीय तनाव को कम करने के लिए रूस और फ्रांस के बीच सहयोग का प्रस्ताव रखा।
करीब दो घंटे तक चली यह बातचीत सौहार्दपूर्ण रही, और दोनों पक्षों ने यूक्रेन और ईरान के हालात पर भविष्य में संवाद जारी रखने पर सहमति जताई।