संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यमन में हूथी विद्रोहियों द्वारा कम से कम 11 संयुक्त राष्ट्र कर्मियों को मनमाने ढंग से हिरासत में लेने की कड़ी आलोचना की है। यह गिरफ्तारी हूथियों के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में की गई है।
गुटेरेस ने एक आधिकारिक बयान में विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के परिसर में जबरन घुसने, संयुक्त राष्ट्र की संपत्ति को जब्त करने और सना में अन्य यूएन कार्यालयों में प्रवेश करने के प्रयासों की भी कड़ी निंदा की।
महासचिव ने हिरासत में लिए गए कर्मियों के साथ-साथ अन्य अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज और राजनयिक मिशनों से जुड़े सभी लोगों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग दोहराई। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ कर्मियों को जून 2024 से और कुछ को 2021 तथा 2023 से हिरासत में रखा गया है।
संयुक्त राष्ट्र के यमन में विशेष दूत हंस ग्रंडबर्ग के अनुसार, सना और होदेइदाह शहरों में कम से कम 11 नए यूएन कर्मियों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही उत्तरी यमन में हिरासत में लिए गए संयुक्त राष्ट्र कर्मियों की कुल संख्या अब 34 हो गई है।